संयुक्त राष्ट्र महासभा ने युद्धविराम के लिए कराया वोटिंग
बीते दिन 27 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा के एक विशेष सत्र के दौरान इसराइल समाज के बीच चल रहे युद्ध पर । लगाने के लिए वोटिंग की गई जिसमें यह प्रस्ताव रखा गया की संघर्ष पर विराम लगाने में कौन-कौन से देश अपना समर्थन दे रहे हैं। यह प्रस्ताव भारी बहुमत से पास हो चुका है, 14 देशों ने इस समर्थन के विरोध में वोट किया है तथा कुछ देशों ने इस वोटिंग में हिस्सा ही नहीं लिया है आईए जानते हैं उनके नाम,
इन देशों ने दिया समर्थन
संयुक्त राष्ट्र महासभा के संघर्ष विराम के इस प्रस्ताव के समर्थन में 120 देशों ने वोट दिया है जिनके कुछ मुख्य नाम निम्न प्रकार से हैं, अफगानिस्तान अर्जेंटीना अज़रबैजान बहामास बहरीन बांग्लादेश बेलारूस बेल्जियम भूटान ब्राज़ील चीन सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक नॉर्थ कोरिया इजिप्ट फ्रांस इंडोनेशिया ईरान आयरलैंड जॉर्डन केन्या कुवैत मलेशिया मालदीव्स मेक्सिको मंगोलिया मोरक्को म्यांमार नेपाली न्यूजीलैंड नाइजीरिया नॉर्वे ओमान पाकिस्तान पुर्तगाल कतर रसिया सऊदी अरब सिंगापुर सोमालिया साउथ अफ्रीका श्री लंका स्वीटजरलैंड सीरिया थाईलैंड तुर्की वियतनाम यूनाइटेड अरब एमिरेट्स उज़्बेकिस्तान यमन जिंबॉब्वे समेत कल 120 देशों ने संघर्ष के विराम प्रस्ताव पर अपना समर्थन दिया।
इन देशों ने किया युद्धविराम प्रस्ताव का विरोध
संघर्ष विराम के विरोध में वोट देने वाले देश में ऑस्ट्रिया क्रोएशिया फिजी गुवतमाला हंगरी इजरायल मार्शल आइलैंड माइक्रोनेशिया नौरू पापुआ न्यू जिनी पैराग्वे टोंगा यूनाइटेड स्टेट्स इन देशों ने संघर्ष विराम के विरोध में अपना वोट दिया है।
वोटिंग में शामिल नहीं हुए ये 45 देश
अब हम उन देशों का नाम बता रहे हैं जिन्होंने इस वोटिंग प्रणाली में हिस्सा ही नहीं लिया है उनमें मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया बुल्गारिया साइप्रस डेनमार्क इथोपिया फिनलैंड जॉर्जिया जर्मनी ग्रीस है कि आईसलैंड इंडिया इराक इटली जापान किरिबाती लाटविया लिथुनिया मोनाको नीदरलैंड नॉर्थ मेसिडोनिया पलाऊ फिलीपाइन पोलैंड रोमानिया साउथ कोरिया सन माराइनो, सर्बिया साउथ सुदन स्वीडन यूक्रेन यूनाइटेड किंगडम जांबिया समेत कुल 45 देशों ने इस वोटिंग प्रणाली में हिस्सा ही नहीं लिया।