जिनके पास भारत में बैंक अकाउंट है और विदेश में रह रहे हैं, जल्द ही अपने International Mobile Number से यूपीआई प्लेटफॉर्म (UPI Platform) का यूज कर सकेंगे.
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने कुछ शर्तों के साथ UPI प्लेटफॉर्म को इंटरनेशनल मोबाइल नंबर वाले दस देशों के एनआरआई अकाउंट होल्डर्स (NRI Account Holders) को ऑनबोर्ड करने की अनुमति दी है. इन 10 देशों में एनआरई या एनआरओ अकाउंट्स वाले एनआरआई को यूपीआई प्लेटफॉर्म के माध्यम से ट्रांजेक्शन करने के लिए भारतीय मोबाइल नंबरों की जरुरत नहीं होगी.
कौन से हैं ये दस देश?
10 जनवरी, 2023 को जारी एनपीसीआई सर्कुलर के अनुसार एनपीसीआई इन देशों को परमीशन देने जा रहा है:-
कंट्री का नाम | कंट्री कोड |
सिंगापुर | +65 |
ऑस्ट्रेलिया | +61 |
कनाडा | +1 |
हांगकांग | +852 |
ओमान | +968 |
कतर | +974 |
यूएसए | +1 |
सऊदी अरब | +966 |
संयुक्त अरब अमीरात | +971 |
यूनाइटेड किंगडम | +44 |
सोर्स : एनपीसीआई
ये हैं शर्तें
एनपीसीआई सर्कुलर के अनुसार, इंटरनेशनल मोबाइल नंबर वाले एनआरई या एनआरओ अकाउंट होल्डर्स को इन शर्तों को पूरा करने पर यूपीआई प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन और ट्रांजेक्शन की परमीशन दी जाएगी.
- मेंबर बैंकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि एनआरई या एनआरओ अकाउंट्स को केवल मौजूदा फेमा (विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम) रेगुलेशंस के अनुसार परमीन दी जाए और समय-समय पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के संबंधित नियामक विभागों द्वारा जारी दिशा-निर्देशों/अनुदेशों का पालन किया जाता है.
- सभी आवश्यक एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग/आतंकवाद के फंडिंग की जांच होनी चाहिए.
- एनपीसीआई के अनुसार, एनआरआई के पास अपने अंतरराष्ट्रीय मोबाइल नंबरों के साथ यूपीआई ट्रांजेक्शन करने के लिए एनआरई या एनआरओ अकाउंट होना चाहिए.
- एनपीसीआई ने कहा कि मौजूदा यूपीआई गाइडलाइंस के अनुसार सभी ऑनबोर्डिंग और ट्रांजेक्शन की जांच कूलिंग पीरियड, रिस्क रूल्स आदि जैसे अकाउंट के लिए लागू होगी.
- एनपीसीआई ने सभी सदस्यों को 30 अप्रैल, 2023 तक इस निर्देश का पालन करने को कहा है.
यूपीआई क्या है?
UPI एक रीयल-टाइम पेमेंट सिस्टम है जो मोबाइल प्लेटफॉर्म से तुरंत मनी ट्रांसफर करती है. आप यूपीआई-इनेबल्ड बैंक अकाउंट के साथ बस एक यूपीआई आईडी बना सकते हैं और पैसे भेजने/ट्रांसफर करने के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं. दिसंबर 2022 में, UPI के माध्यम से किए गए भुगतानों ने 12.82 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड लेवल को छुआ था. 10 जनवरी, 2023 को एक पैनल चर्चा के दौरान एनपीसीआई की सीओओ प्रवीना राय ने कहा कि एक सहज उपयोगकर्ता अनुभव सुनिश्चित करने के लिए प्रौद्योगिकी स्टैक महत्वपूर्ण है.