जोशीमठ से आ रही डरावनी तस्वीरें वाकई में चिंता का विषय
उत्तराखंड के जोशीमठ से आ रही डरावनी तस्वीरें वाकई में चिंता का विषय है। जिन लोगों ने अपने खून और मेहनत की कमाई से घरों को बनाया होगा, उस में आई दरार को देखकर उनके हृदय में कैसा तूफान उठता होगा उसे समझा जा सकता है। उत्तराखंड सीएम के सेक्रेटरी R Meenakshi Sundaram के अनुसार अभी तक 723 मकानों में दरारें आई हैं। सरकार ने बिलखते चेहरों पर मुवावजों का मरहम लगाने का प्रयास किया है।
2 होटल पर अनसेफ का मार्क लगा दिया गया है
बताते चलें कि उन्होंने यह भी कहा है कि 2 होटल पर अनसेफ का मार्क लगा दिया गया है और केवल उन्हें ही गिराया जाएगा। कहा गया है होटल का आकलन बद्रीनाथ के तर्ज़ पर नहीं होगा और उसी के आधार पर मुआवजा नहीं दिया जाएगा लेकिन मार्केट रेट पर राशि दी जाएगी। बुधवार को स्थानीय प्रशासन और लोगों के बीच बैठक के बाद सचिव मुख्यमंत्री आर.मीनाक्षी सुन्दरम ने प्रेस वार्ता करते हुए कुछ जरूरी बातों को कहा है। उन्होंने कहा है कि प्रत्येक पीड़ित परिवार को तत्कालिक रूप से 1.50 लाख की अंतरिम सहायता दी जाएगी।
#JoshimathSubsidence | Owner of Malari Hotel&his family members are sitting outside the hotel demanding compensation as the hotel to be demolished due to cracks
My son lives in France, I can go anywhere but I'm sitting here for the people of Joshimath: T Singh Rana, hotel owner pic.twitter.com/hYZv1jZVfh
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 11, 2023
पीड़ित परिवारों को 1.50 लाख की अंतरिम सहायता मिलेगी
उन्होंने कहा है दो होटल आसपास के भवनों के लिए खतरा है इसलिए उनके लिए कड़ा फैसला लेना पड़ा है। इसके अलावा जो लोग किराए पर रहना चाहते हैं उन्हें 6 महीने के लिए ₹4000 प्रति माह की सहायता दी जाएगी। कहा गया है कि मौजूदा नुकसान के आधार पर जो आकलन किया गया है उसी के आधार पर लोगों को सहायता दी जा रही है।
हालांकि, लोग इस बात को लेकर तैयार नहीं हो रहे हैं और प्रोटेस्ट जारी है।