Car Tyre Upgrade करने वाले ध्यान दें.
कार में यह दो तरीके से होता है। पुराने व्हील को बरकरार रखते हुए चौड़े टायर लगवाना या बड़े व्हील पर चौड़े टायर, यानी दोनों बदलवाना | इससे गाड़ी का लुक तो बढ़िया होता है। साथ ही गाड़ी की गति भी सुधर जाती है। हालांकि इससे एक्सीलरेशन, फ्यूल एफिशिएंसी पर नकारात्मक प्रभाव आता है। यहां ध्यान रखने वाली बात यह है कि वैसे ही टायरों का चुनाव करें, जो आपकी गाड़ी के लिए उपयुक्त हों और केवल टायर लगाने के लिए गाड़ी की बॉडी से छेड़छाड़ न करनी पड़े। कई बार लोग एलॉय व्हील लगवाना पसंद करते हैं, पर ये ओवरसाइज ना हों और व्हील लिप टायर से बाहर निकले ना दिखें। इसका ध्यान रखें, वरना आप कानूनी पचड़े में फंस सकते हैं।
गाड़ी में यह रंग करना हैं प्रतिबंधित.
गाड़ी के रंग में बदलाव आप मनचाहे रंग से अपनी गाड़ी को रंगवा सकते हैं, परंतु इसके लिए आपको आरटीओ से अनुमति लेनी जरूरी होगी। फिर आपकी कार की आरसी यानी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट में भी उस नए रंग का जिक्र किया जाएगा। ध्यान रहे कि आप अपनी गाड़ी को सेना के हरे रंग से नहीं रंगवा सकते हैं।
Suspension बदलवाने वाले ध्यान दें.
सस्पेंशन को अपग्रेड करना आप बेहतर ड्राइविंग के लिए अपनी गाड़ी के सस्पेंशन में भी बदलाव कर सकते हैं। सस्पेंशन आपके कार टायरों और सड़क के बीच के फ्रिक्शन को बेहतर करता है। इससे कार को चलाने में सहजता महसूस होती है। इस पर ज्यादा खर्च किए बिना स्वे बार्स और कॉइल स्प्रिंग्स को अपग्रेड किया जा सकता है। मोटा स्वे बार सस्पेंशन आसान करेगा और अपग्रेडेड कॉइल स्प्रिंग से कार के हवा में बहने जैसा अहसास कम होगा और दृढ़ता से चलती महसूस होगी। परंतु ध्यान रखें कि इसकी वजह से ग्राउंड क्लियरेंस यानी जमीन से कार के बेस की दूरी में कोई अंतर नहीं आना चाहिए।
गाड़ी का रंग बदलने के लिए यह हैं उपाय.
क्रैपिंग बदलेगी कार का रंग आपको अपनी गाड़ी का रंग बदलवाने के लिए तो आरटीओ से स्वीकृति लेनी पड़ती है। लिहाजा आरटीओ की परेशानी से बचने के लिए आप अपनी गाड़ी की बॉडी या विनाइल ब्रैपिंग भी कर सकते हैं। इससे न केवल गाड़ी का ओरिजनल रंग बचा रहेगा, बल्कि आपकी गाड़ी को नया रंग भी मिल जाएगा।
Headlight बदलने वाले ध्यान दें.
हेडलाइट्स में परिवर्तन अक्सर लोग अपने वाहन की हेडलाइट में एलईडी डीआरएल लगाते हैं, ताकि रोशनी बेहतर हो सके। परंतु इसमें यह ध्यान रखना होगा कि आप किसी भी रंग की लाइट का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं। जैसे नीले, हरे या लाल आदि रंग आपकी हेडलाइट की रोशनी में नहीं होने चाहिए। कई वाहन निर्माता कंपनियां एक्सेसरीज के रूप में बॉडी किट उपलब्ध कराती हैं। इनमें फ्रंट स्प्लिटर, बॉडी क्लैडिंग और साइड पैनल जैसी चीजें होती हैं, जिनसे गाड़ी का लुक खिल उठता है और इसके लिए गाड़ी की संरचना में कोई बदलाव नहीं करना पड़ता है। इसके साथ ही दिव्यांगों के लिए गाड़ी में किसी प्रकार के परिवर्तन को लेकर स्वीकृति नहीं लेनी पड़ती है।