एक कहावत है वह बुलाती है पर जाने का नहीं. कुछ ऐसी ही कहा बात vodafone-idea कंपनी के शेयरों को लेकर चल रही है. सरकार ने वोडाफोन आइडिया कंपनी में हिस्सेदारी हासिल किया और कंपनी के AGR शुल्क को इक्विटी में बदल लिया. शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद या फैसला हुआ और सोमवार को देखते ही देखते 20% से ज्यादा कंपनी के शेयर ऊपर चढ़ गए.
बुलाती है पर जाने का नहीं.
अब इस कहावत को इसलिए मैं आप को कह रहा हूं क्योंकि विशेषज्ञों ने सलाह दिया है कि कंपनी में जा रही उछाल शॉर्ट टर्म है. इसको देखते हुए निवेशकों को बाजार में प्रवेश नहीं लेना चाहिए. कंपनी के ऊपर हुआ फैसला भले उत्साहजनक दिख रहा हो लेकिन इसके वजह से कंपनी के भीतर फंडामेंटल तौर पर कुछ भी नहीं बदला है.
कंपनी के फंडामेंटल तौर पर कुछ भी नहीं बदलने के वजह से कंपनी पहले भी घाटे में ऑपरेट हो रही थी और अब भी स्थिति वही है. कंपनी में अगर कुछ ऐसा हो जिसके वजह से कंपनी मुनाफे में आए और अपने यूजर बेस को बढ़ा सके तब जाकर कंपनी से निवेशकों को लाभ होगा.
गिरावट का सिलसिला जारी.
सोमवार को 20% से अधिक उछाल देने के बाद भी यह उछाल कंपनी शुरुआती दौर में आज मंगलवार को जारी नहीं रख पा रही है. कंपनी खबर लिखे जाने तक 9:40 पर 3.5% तक टूटकर 7.95 रुपए पर ट्रेड कर रही थी.
मंगलवार को दिखे गिरावट को देखते हुए विशेषज्ञों की राय को सही माना जा रहा है. लोगों को किसी भी प्रकार के स्टॉक खरीदने की सलाह या पोस्ट नहीं देता है आप अपने रिसर्च और अन्य जानकारियों का इस्तेमाल करके खुद ही बाजार में हमेशा निवेश करें. बाजार उतार-चढ़ाव जोखिमों के अधीन होते हैं.