ब्रिटेन की प्रमुख दूरसंचार कंपनी, वोडाफोन, ने एक महत्वपूर्ण आर्थिक निर्णय लिया है। कंपनी ने घोषणा की है कि वह इंडस टावर्स में अपनी तीन प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने जा रही है। इस हिस्सेदारी की बिक्री का उद्देश्य है 10.1 करोड़ अमेरिकी डॉलर का कर्ज चुकाना, जो भारतीय मुद्रा में लगभग 856 करोड़ रुपये होता है।
इंडस टावर्स के शेयर बीएसई में 358.75 रुपये के भाव पर बंद हुए, जिससे इस सौदे का कुल मूल्य लगभग 2,841 करोड़ रुपये आंका गया है। वोडाफोन ने शेयर बाजार को सूचित किया कि उसने इंडस टावर्स लिमिटेड में अपने बाकी 7.92 करोड़ शेयरों की पेशकश की है। यह हिस्सेदारी इंडस की कुल शेयर पूंजी का तीन प्रतिशत है।
पिछले जून में, वोडाफोन ने इंडस टावर्स में अपनी 18 प्रतिशत हिस्सेदारी लगभग 15,300 करोड़ रुपये में बेची थी। इस बार, कंपनी द्वारा हिस्सेदारी बेचने से प्राप्त आय का सबसे बड़ा हिस्सा वोडाफोन के मौजूदा ऋणदाताओं को चुकाने में इस्तेमाल होगा। कंपनी का कहना है कि यह ऋण उनके भारतीय परिसंपत्तियों से सुरक्षित है। इसके अलावा, बची हुई राशि का उपयोग वोडाफोन आइडिया द्वारा इंडस टावर्स को बकाया चुकाने के लिए भी किया जाएगा।