संयुक्त अरब अमीरात (UAE) सरकार ने भारतीय नागरिकों के लिए एक नया ‘गोल्डन वीज़ा’ लॉन्च किया है, जो अब पारंपरिक निवेश या संपत्ति खरीदने की शर्तों के बजाय नामांकन (Nomination) के आधार पर दिया जाएगा। इस नई योजना के तहत अब लोगों को बड़ी रकम खर्च कर प्रॉपर्टी या निवेश करने की ज़रूरत नहीं होगी। इसके बजाय, योग्य उम्मीदवारों को नामांकित कर वीज़ा दिया जाएगा।
UAE ने इस पहल के पहले चरण के लिए भारत और बांग्लादेश को चुना है। साथ ही, Rayad Group नामक एक कंसल्टेंसी को भारत में इस ‘नामांकन आधारित गोल्डन वीज़ा’ का प्रारंभिक परीक्षण करने की जिम्मेदारी दी गई है।
गोल्डन वीज़ा क्या होता है?
गोल्डन वीज़ा एक विशेष प्रकार का रेज़िडेंसी वीज़ा होता है, जो आमतौर पर उच्च-निवेश क्षमता वाले व्यक्तियों (High-Net-Worth Individuals – HNWIs) को दिया जाता है। यह वीज़ा उन्हें उस देश में स्थायी रूप से बसने का अवसर प्रदान करता है — चाहे वे तुरंत शिफ्ट हों या रिटायरमेंट के बाद।
गोल्डन वीजा के लाभ-
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निवास का अधिकार (Right to reside): वीज़ा धारक उस देश में रह सकते हैं।
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काम करने की अनुमति (Right to work): उन्हें काम या व्यवसाय करने की छूट मिलती है।
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शिक्षा की सुविधा (Right to study): वीज़ा धारक और उनके परिवार के सदस्य शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं।
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स्वास्थ्य सेवाएं (Access to healthcare): उन्हें उस देश की सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलता है।
क्यों होता है यह लोकप्रिय?
यह वीज़ा उन लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है जो:
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अपने देश से बाहर स्थायी रूप से बसना चाहते हैं,
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रिटायरमेंट के लिए एक सुरक्षित और सुविधाजनक देश चुनना चाहते हैं,
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या अपने और अपने परिवार के लिए बेहतर जीवनशैली, शिक्षा और सुरक्षा की तलाश में हैं।
गोल्डन वीज़ा देने वाले 5 देश और उनकी लागत
गोल्डन वीज़ा कई देशों द्वारा उन लोगों को दिया जाता है जो निवेश के ज़रिए वहां की स्थायी रेज़िडेंसी प्राप्त करना चाहते हैं। इसमें UAE, अमेरिका, न्यूज़ीलैंड सहित कई देश शामिल हैं, जो अलग-अलग शर्तों और योजनाओं के तहत यह वीज़ा प्रदान करते हैं।
1. संयुक्त अरब अमीरात (UAE)
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नई गोल्डन वीज़ा योजना अब नामांकन (Nomination) पर आधारित है, खासकर भारतीय नागरिकों के लिए।
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अब वीज़ा के लिए दुबई आने की ज़रूरत नहीं — उम्मीदवार अपने देश से ही प्री-अप्रूवल प्राप्त कर सकते हैं।
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लागत: AED 1,00,000 (लगभग ₹23.30 लाख)
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यह वीज़ा जीवनभर के लिए मान्य होगा।
2. संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)
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2025 में राष्ट्रपति बनने के बाद, डोनाल्ड ट्रंप ने अमीर निवेशकों के लिए Trump Gold Card Golden Visa की घोषणा की।
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इस योजना के तहत, जो व्यक्ति अमेरिका में निवेश करना चाहते हैं, उन्हें स्थायी निवास (Permanent Residency) दी जाती है।
- लागत: $5 मिलियन (लगभग ₹41.7 करोड़ रुपये*)
3. न्यूज़ीलैंड (New Zealand)
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न्यूज़ीलैंड ने सितंबर 2022 में अपना नया गोल्डन वीज़ा लॉन्च किया: Active Investor Plus Visa।
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इस वीज़ा के तहत आवेदक स्थायी रूप से देश में रहने, काम करने और पढ़ाई करने की अनुमति प्राप्त कर सकते हैं, बशर्ते वे सभी निवेश और न्यूनतम समय की शर्तें पूरी करें।
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लागत: न्यूनतम निवेश NZD 5 मिलियन (लगभग ₹25.5 करोड़*)
4. कनाडा (Canada)
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कनाडा का गोल्डन वीज़ा कार्यक्रम Canada Start-Up Visa Program के नाम से जाना जाता है।
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यह वीज़ा ऐसे उद्यमियों और निवेशकों को स्थायी निवास (Permanent Residency) प्रदान करता है जो कनाडा में स्टार्टअप या बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं।
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लागत: कुल खर्च लगभग $215,000 से $275,000 (₹1.78 करोड़ से ₹2.28 करोड़*) तक होता है, जो स्टार्टअप के प्रकार पर निर्भर करता है।
5. सिंगापुर (Singapore)
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सिंगापुर, जो कि दुनिया के सबसे लोकप्रिय व्यापारिक देशों में गिना जाता है, वहाँ का गोल्डन वीज़ा कार्यक्रम Singapore Global Investor Program (GIP) के नाम से जाना जाता है।
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यह वीज़ा विदेशी उद्यमियों, बिज़नेस मालिकों और सीनियर मैनेजर्स के लिए है, जो सिंगापुर में बिज़नेस शुरू करने या निवेश करने की योजना बना रहे हैं।
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सफल आवेदकों को 9 से 12 महीनों के भीतर स्थायी निवास (Permanent Residency) मिल जाता है।
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लागत: न्यूनतम निवेश SGD 10 मिलियन से शुरू होकर SGD 50 मिलियन तक जा सकता है — यह निवेश की गई कंपनी के प्रकार और आकार पर निर्भर करता है।




