द्रीय कैबिनेट ने एक बड़ा फैसला लिया है। कैबिनेट ने आठ नए रेलवे प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है, जिनका मुख्य उद्देश्य पूर्वी राज्यों का विकास और देश के परिवहन नेटवर्क को और मजबूत करना है। आइए, इसे सरल भाषा में समझते हैं और जानते हैं कि ये प्रोजेक्ट्स कैसे देश को लाभ पहुंचाएंगे। 😊
क्या हैं ये नए रेलवे प्रोजेक्ट्स? 🚂
कुल मिलाकर 14 जिलों में फैले ये आठ रेलवे प्रोजेक्ट्स सात राज्यों में लागू होंगे: ओडिशा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, झारखंड, बिहार, तेलंगाना, और पश्चिम बंगाल। इन प्रोजेक्ट्स के लिए ₹24,657 करोड़ का बजट रखा गया है। इनसे न केवल कनेक्टिविटी बेहतर होगी, बल्कि देश की लॉजिस्टिक लागत भी कम होगी और तेल आयात में भारी कमी आएगी।
महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स की सूची 🛤️
- गुनुपुर-थेहरुबाली (नई लाइन), 73.62 किमी, ओडिशा के रायगड़ा जिले में।
- जुनागढ़-नबरंगपुर, 116.21 किमी, ओडिशा के कालाहांडी और नबरंगपुर जिले में।
- बड़ामपहाड़-खंडुझरगढ़, 82.06 किमी, ओडिशा के क्योंझर और मयूरभंज जिले में।
- बांगरीपोसी-गोरुमहिसानी, 85.60 किमी, ओडिशा के मयूरभंज जिले में।
- मलकानगिरी-पांडुरंगापुरम (भद्राचलम के माध्यम से), 173.61 किमी, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना।
- बुरमारा-चाकुलिया, 59.96 किमी, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा।
- जलना-जलगांव, 174 किमी, महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में।
- विक्रमशिला-कतारिया, 26.23 किमी, बिहार के भागलपुर जिले में।
विशेष ध्यान: अजंता गुफाओं का कनेक्शन 🏛️
इन परियोजनाओं में, अजंता की विश्व धरोहर स्थल गुफाओं को भारतीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ा जाएगा, जिससे पर्यटकों की बड़ी संख्या को यहां तक पहुंचने में आसानी होगी।
बजट 2024 में रेलवे के लिए 8155 करोड़ रुपये 💰
हाल ही में पेश किए गए बजट 2024 में, मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए आवंटन को ₹25,000 करोड़ से घटाकर ₹21,000 करोड़ कर दिया गया है। वहीं, समर्पित फ्रेट कॉरिडोर के लिए बजट समर्थन को बढ़ाकर ₹8155 करोड़ कर दिया गया है, जो पहले अंतरिम बजट में ₹3955 करोड़ था।