कुवैत पुलिस ने अवैध शराब बनाने और सप्लाई करने वाले एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए भारत, बांग्लादेश और नेपाल के नागरिकों समेत 67 लोगों को गिरफ्तार किया है। यह ऑपरेशन पहले उप प्रधानमंत्री शेख फहद यूसुफ सऊद अल-सबाह की अगुवाई में चला।
चार शराब की फैक्टियां को करवाया गया बंद
गिरफ्तार लोगों में नेपाल के भुवन लाल तामांग भी शामिल हैं, जिन्हें सलमिया इलाके में छापेमारी के दौरान मिथेनॉल के साथ पकड़ा गया। इस कार्रवाई में अधिकारियों ने देशभर से छह अवैध शराब फैक्ट्रियां खोजीं और तुरंत ही चार और फैक्ट्रियों को बंद करवा दिया, जो रिहायशी और औद्योगिक इलाकों में चल रही थीं।
पीड़ितों की हालत अभी भी गंभीर
स्वास्थ्य मंत्रालय ने पुष्टि की कि 9 अगस्त से अब तक मिथेनॉल मिली शराब पीने के कारण 63 लोग ज़हरीली शराब का शिकार हुए हैं। इनमें से केरल के कन्नूर निवासी 31 वर्षीय भारतीय प्रवासी सचिन की भी जान चली गई। मंत्रालय के अनुसार, जहरीली शराब पीने वाले 51 लोगों को तुरंत डायलिसिस की ज़रूरत पड़ी, 21 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई और 31 को वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। कई पीड़ितों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। जांच में सामने आया कि सभी पीड़ितों ने जलीब अल-शयूख इलाके से बनी लोकल शराब खरीदी थी। इसी सुराग ने पुलिस को इस बड़े गिरोह तक पहुंचाया। शेख फहद यूसुफ सऊद अल-सबाह के नेतृत्व में चलाए जा रहे विशेष अभियान का यह हिस्सा है, जिसके तहत कुवैत में अवैध शराब और ऐसी आपराधिक गतिविधियों पर सख्ती से नकेल कसी जा रही है।




