देश में 8 नए शहर बसाने की तैयारी की जा रही है। वर्तमान में जो शहर में उन पर दबाव बहुत ज्यादा है, ऐसे में इन नए शहर को बसाने की योजना बनाई जा रही है। आइये जानते हैं पूरी खबर।
15वें वित्त आयोग ने इस तरह की सिफारिश की थी। इसमें कहा गया था, देश में नए शहर बसाए जाएं, जिससे पुराने शहरों का हाल ज्यादा बुरा न हो। इसीलिए अब नए शहर बसाने की तैयारी शुरू की जा रही है।
केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के विभाग की जी20 इकाई के निदेशक एमबी सिंह ने कहा है कि 15वें वित्त आयोग ने अपनी एक रिपोर्ट में सिफारिश की थी कि नए शहरों का विकास किया जाना चाहिए। श्री सिंह इंदौर ने ‘अर्बन 20 (यू20)’ की बैठक से इतर पीटीआई से यह बात कही है।
इनके अनुसार वित्त आयोग की सिफारिश के बाद, राज्यों ने 26 नए शहरों के लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजे। लेकिन जांच के बाद 8 नए शहरों के विकास पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सरकार जल्द ही नए शहरों के लिए स्थानों और उनके विकास की समयसीमा की घोषणा करेगी।
श्री सिंह ने कहा कि हमें देश में नए शहरों का निर्माण करना है, क्योंकि मौजूदा शहर नागरिकों की जरूरतों को पूरा करने में सक्षम नहीं हैं। मौजूदा शहरों के बाहरी इलाकों में बेतरतीब विस्तार इन शहरों की बुनियादी योजना को प्रभावित कर रहा है।
श्री सिंह का मानना है कि जब एक नया शहर विकसित होगा, तो कम से कम 200 किलोमीटर के दायरे में सामाजिक और आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी। उनके अनुसार हालांकि, नए शहरों की स्थापना के लिए वित्तीय रोडमैप को अंतिम रूप नहीं दिया गया है। लेकिन उनका कहना है कि केंद्र सरकार परियोजना में एक प्रमुख भूमिका निभाएगी। नए शहरों के स्थान का चयन कई बातों को ध्यान में रखकर किया जाएगा।