सऊदी अरब में पिछले एक हफ्ते में जबरदस्त एक्शन चलाया गया। देशभर में ताबड़तोड़ रेड कर सरकार ने साफ कर दिया है कि अब गुलामी वाला ज़माना चला गया — कानून तोड़ने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
रहने के नियम, काम के नियम और बॉर्डर सिक्योरिटी—तीनों में जिस-जिस ने गड़बड़ी की थी, उन पर सीधा वार कर दिया गया।
पकड़े गए लोग सिर्फ एक-दो नहीं, बल्कि हज़ारों में हैं। किसी के पास रेजिडेंसी पेपर नहीं थे, कोई गलत तरीके से काम कर रहा था, तो कोई चोरी-छुपे बॉर्डर पार कर अंदर घुसा था — सबको लाइन में खड़ा कर लिया गया।
“अब बचना मुश्किल…” — सऊदी पुलिस ने पूरे हफ्ते चलाया ऑपरेशन
सरकार ने 16 अक्टूबर से 22 अक्टूबर के बीच पूरे देश में जॉइंट फील्ड कैंपेन चलाया। पुलिस, लेबर मिनिस्ट्री और बॉर्डर सुरक्षा बल — तीनों ने मिलकर एक-एक जगह दरवाजे खटखटाए और सख़्ती दिखाई।
कई जगहों पर ऐसे लोग भी पकड़े गए जो छुपाकर लोगों को रखने, काम दिलाने या ओवरस्टे वालों को बचाने की कोशिश कर रहे थे। सऊदी सरकार का कहना है — “गलत काम करने वाला ही नहीं, गलत को बचाने वाला भी अपराधी है।”

15 साल जेल, 1 मिलियन रियाल जुर्माना और नाम बदनाम — सज़ा किसी मज़ाक की तरह नहीं
सरकार ने इस बार जो चेतावनी दी है, वो सीधी-सादी भाषा में है —
नियम तोड़ो → जेल + भारी जुर्माना + डिपोर्ट + पब्लिक शर्मिंदगी।
और अगर कोई किसी को छुपाएगा या मदद करेगा, उसे भी 15 साल तक की जेल और 10 लाख रियाल तक का जुर्माना भुगतना पड़ सकता है।
डेटा: एक हफ्ते में कितने पकड़े गए?
| कैटेगरी | पकड़े गए लोग |
|---|---|
| कुल गिरफ्तार | 22,613 |
| रेजिडेंसी रूल उल्लंघन | 13,652 |
| बॉर्डर सिक्योरिटी नियम उल्लंघन | 4,394 |
| लेबर नियम उल्लंघन | 4,567 |
| अवैध तरीके से बॉर्डर क्रॉस करते पकड़े गए | 1,699 |
| डिपोर्ट किए गए | 14,039 |




