एक नजर पूरी खबर
- बेहद भयावह है बेरूत अग्निकांड की तस्वीरे
- लेबनान में 3 लाख लोगों के घर जलकर हुए खाक
- अग्निकांड पर अब खुल रहे हैं कई राज
लेबनान ने बेरूत में हुए अग्निकांड के बाद दो सप्ताह का आपातकाल लगा दिया है। क्योंकि मंगलवार के बड़े विस्फोट से मरने वालों की संख्या लगातार बढ रही है, साथ ही घायल लोगों की संख्या भी 5,000 से अधिक हो गई है। बता दे इस विस्फोट में शहर के गवर्नर मारवान अबाउद के अनुसार लगभग 300,000 लोग बेघर हो गए, जिन्होंने यह भी कहा कि विस्फोट से शहर का लगभग आधा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, लेबनान में लगभग 85 प्रतिशत अनाज स्टॉक, जो खाद्य आयातों पर बहुत अधिक निर्भर करता है, वह इस हादसे में जलकर खाक हो गया है। आकंड़ों की माने तो इसका मतलब यह है कि देश में केवल एक महीने के लिए पर्याप्त अनाज है।
ऐसे में आपातकाल लगाने का कदम बुधवार को हुई एक आपातकालीन कैबिनेट बैठक के दौरान तय किया गया।। कैबिनेट ने राजधानी में सुरक्षा का नियंत्रण सेना को सौंपने का फैसला किया।
बता दे मंत्रिमंडल ने साल 2014 के बाद से गोदाम में प्रशासन में किसी को भी विस्फोटक सामग्री रखने का निर्देश दिया, जिसमें भारी मात्रा में अत्यधिक विस्फोटक सामग्री थी। रायटर्स की माने तो यहब अग्निकांड इसी का नतीजा माना जा रहा है। खबर के मुताबिक लगने वाला हाउस अरेस्ट सभी पोर्ट अधिकारियों के लिए लागू होगा, जिन्होंने जून 2014 से स्टोरिंग (मोनियम नाइट्रेट, इसकी रखवाली और इसकी कागजी कार्रवाई को संभालने के मामलों को संभाला है।
वहीं लोग इस सरकार का एक दिखावटी कदम भी बता रहे हैं। इस बीच, राष्ट्रपति मिशेल एउन ने कहा कि धमाका 2,750 टन अमोनियम नाइट्रेट के कारण हुआ था, जो एक गोदाम में बिना भंडारण के रखा गया था। इसकी जांच जारी है। फिलहाल अब तक इस मामले में कोई खुलासा नहीं हुआ है।GulfHindi.com