हर वर्ष की तरह ही इस साल भी 1 फरवरी को वित्त मंत्रालय द्वारा बजट जारी किया जाएगा। यह बजट सभी इंडस्ट्री सेक्टर को प्रभावित करता है। वही अगर ऑटोमोबाइल सेक्टर की बात की जाए तो, इस इंडस्ट्री में सब्सिडी बढ़ने के साथ GST कम होने की उम्मीद की जा रही है। आज हम आपको कुछ बड़ी ऑटोमोबाइल कम्पनियों की बजट से जुड़ी उम्मीद, धारणा और विचारो को प्रस्तुत करने वाले हैं।
1. स्विच मोबिलिटी लिमिटेड
स्विच मोबिलिटी लिमिटेड के सीईओ महेश बाबु का कहना है कि इलेक्ट्रिक सेग्मेंट मे बीते कुछ वर्षो की तेजी को देखते हुए सरकार इलेक्ट्रिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट को सपोर्ट करेगी। साथ ही FAME सब्सिडी से मिलने वाले फायदों मे इजाफ़ा भी देखा जा सकता है।
2. JK टायर और इंडस्ट्रीज
कम्पनी के प्रेसिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर रघुपति सिंघानिया का कहना है कि कोरोना महामारी और सेमीकंडक्टर चिप शोर्टेज की वजह से बाजार में मंदी देखने को मिली थी। लेकिन अब मजबूत रिकवरी हो रही है। साथ ही सरकार को आयात से निर्भरता को कम करने पर भी ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा बाजार में मौजूद घरेलु कंपनियों को टैक्स मे रियायत दी जानी चाहिए।
3. शुगरबॉक्स
शुगरबॉक्स के को-फाउंडर और CTO रिपुंजय बरारिया का कहना है कि टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में क्लाउड टेक्नोलॉजी एक नया दौर शुरू कर रही है। आकड़ों की बात की जाए तो, इस वर्ष क्लाउड टेक्नोलॉजी लगभग 7.5 बिलियन डॉलर का पहुंच जाएगा, जो कि वर्ष 2021 के मुकाबले 29 फीसदी की बढ़त है। 3 सालों बाद यह क्षेत्र 13 बिलियन डॉलर का बन जाएगा।
4. लोहिया ऑटो
कंपनी के सीईओ आयुष लोहिया का कहना है कि बीते कुछ सालों में भारत सरकार द्वारा इलेक्ट्रिक वीइकल सेग्मेंट मे कई नए नियम और योजनाओं द्वारा सपोर्ट किया है। जिनमे से एक फास्टर अडॉप्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑफ (हाइब्रिड एंड) इलेक्ट्रिक व्हीकल) भी है, इसे अब 2024 तक बढ़ा दिया गया है।
35 चीजें होंगी महंगी.
बजट से पहले सरकार ने 35 ऐसे आइटम की लिस्ट तैयार की है जिस पर सीमा शुल्क जिसे कस्टम ड्यूटी भी कहते हैं बढ़ाया जाएगा. इन 35 आइटम के दामों में आने वाले समय में बजट ऐलान के बाद बढ़ोतरी दिखेगी. इकोनामिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार इसमें मुख्य रूप से ज्वेलरी इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम हेलीकॉप्टर प्राइवेट जेट इत्यादि शामिल है. सारे आइटम के विस्तृत डिटेल 1 फरवरी को वित्त मंत्री के द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा.
क्या होगा आम लोगों पर असर.
सीमा शुल्क बढ़ने के साथ इंपोर्ट होने वाले मोबाइल, टीवी और अन्य इलेक्ट्रोक्निस आइटम महँगा होगा, सोना इत्यादि का इंपोर्ट महँगा होगा फलस्वरूप देश में सोने के दाम में भी बढ़ोतरी होगी. भारत में आने वाले AD- Diamond भी इस बढ़ोतरी के दायरे में आएगी.