सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों को दिवाली का तोहफा दिया है, कैबिनेट ने आज हुई एक बैठक में सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 4 प्रतिशत की बढ़त को मंजूरी दे दी है.
बढ़त के बाद अब महंगाई भत्ता अब 38 प्रतिशत हो जाएगा. इस फैसले से 50 लाख कर्मचारियों और 62 लाख पेंशनर्स को सीधे तौर पर फायदा मिलेगा. फैसले के मुताबिक डीए में की गई बढ़ोतरी पहली जुलाई से लागू होगी. इस फैसले को जोड़ लें तो मार्च से अब तक डीए में दो बार बढ़ोतरी हो चुकी है और इस दौरान भत्ता कुल मिलाकर 7 प्रतिशत बढ़ चुका है.
पहली जुलाई से लागू होगी बढ़त
सरकार के फैसले के अनुसार ये फैसला पहली जुलाई से लागू होगा. यानि अक्टूबर को मिलने वाली सैलरी में एरियर भी जुड़ कर मिलेगा. इससे पहले सरकार ने बढ़ती महंगाई से राहत देने के लिए मार्च 2022 में डीए में 3 प्रतिशत की बढ़ती की थी. उस समय ऐलान के साथ ही डीए 31 प्रतिशत से बढ़कर 34 प्रतिशत पर पहुंच गया था. आज के ऐलान के साथ अब डीए 34 प्रतिशत से बढ़कर 38 प्रतिशत हो जाएगा. आज के ऐलान के साथ अब डीए 34 प्रतिशत से बढ़कर 38 प्रतिशत हो जाएगा. आज की बढ़त के साथ अब 18 हजार रुपये की बेसिक सैलरी वाले कर्मचारियों की हर माह का वेतन 720 रुपये बढ़ जाएगा. जो कि करीब 9 हजार रुपये सालाना है.
क्या होता है डीए
डीए यानि महंगाई भत्ता सैलरी का ही एक हिस्सा होता है. दरअसल मूल वेतन में बदलाव एक लंबी प्रक्रिया होती है. हालांकि महंगाई में लगातार बढ़त देखने को मिल सकती है. ऐसे में कर्मचारियों पर महंगाई के असर को खत्म करने या कम करने के लिए महंगाई से जुड़ा भत्ता वेतन में जोड़ दिया जाता है. यह बेसिक सैलरी के एक हिस्से के रूप में दिया जाता है. महंगाई में तेज बढ़त की स्थिति में सरकार इस भत्ते को बढ़ाती है. साल में दो बार डीए की समीक्षा होता है और औसत महंगाई दर के आधार पर ही डीए में बढ़त आदि पर फैसला लिया जाता है. रिटायर हो चुके सरकारी कर्मचारियों को भी इस भत्ते का फायदा मिलता है.