ठंडियों के मौसम के आने के साथ ही दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में धुंध और कोहरा पूरे देश भर में चर्चा का विषय बन जाता है. जहां एक और प्रदूषण के वजह से पूरे इलाके की इमेज खराब होती है वही ढूंढ के वजह से होने वाले दुर्घटनाएं भी पूरे देश का ध्यान खींचती हैं जो खास करके सर्दियों का मौसम में काफी बढ़ जाती है.
एनसीआर क्षेत्र में गति सीमा घटाया गया.
दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में एक्सप्रेसवे को लोग लाइफ लाइन के तौर पर मानते हैं. वहीं कई बार या लाइफलाइन लोगों के लाइफ ले जाने का कारण भी बनती है.
दुर्घटनाओं के ऊपर लगाम लगाने के लिए सरकार ने नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर वाहनों की गति सीमा को कम कर दिया है. नए गतिशिमा कुछ इस प्रकार होंगे.
- हल्के वाहन जो पहले 100 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार तक जाने के लिए अनुमति प्राप्त थे उन्हें अब 75 किलोमीटर प्रति घंटे के अधिकतम रफ़्तार तक की अनुमति होगी.
- भारी वाहन अब महल 50 किलोमीटर प्रति घंटे के रफ्तार से यात्रा कर सकेंगे.

3 महीने तक लागू रहेगी व्यवस्था
सरकार के द्वारा दिए गए जानकारी के अनुसार या व्यवस्था 15 दिसंबर से लागू की जाएगी और 15 फरवरी 2026 तक लागू रहेगी.
एक्सप्रेसवे पर कटेगा ऑटोमेटिक चालान.
नई स्पीड लिमिट को नहीं मानने वाले लोगों के लिए एक्सप्रेसवे पर जगह-जगह लगाए गए स्पीड कैमरा के जरिए चालान किया जाएगा. एक्सप्रेसवे पर मौजूद स्पीड कैमरा इस नई रफ्तार के हिसाब से ही 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक काम करेंगे.
इस एक ही गलती के लिए तीन बार से ज्यादा चलन वाले लोगों की गाड़ियां भी जप्त की जा सकेंगे.





