दुबई, अबू धाबी और शारजाह ने हाल ही में मिलकर पासपोर्ट नियमों को सख्त किया है, जिसके तहत यात्रियों को अब और कड़े प्रवेश नियमों का सामना करना होगा। यह अतिरिक्त जांच उन यात्रियों पर भी लागू होती है जिनके पास वैध वीज़ा है। अगर पासपोर्ट के किनारे घिसे हुए हैं, पन्ने फटे हैं, पानी से खराब हुए हैं, या माइक्रोचिप काम नहीं कर रही है, तो ऐसे यात्रियों को बोर्डिंग और प्रवेश से मना किया जा सकता है। एयरलाइन और इमिग्रेशन अधिकारियों द्वारा पासपोर्ट की स्थिति को लेकर कड़ाई बढ़ती जा रही है, जिससे यात्रियों को अब अपने दस्तावेज़ बेहतरीन हालत में लेकर चलना अनिवार्य हो गया है।
अंतरराष्ट्रीय यात्रा और पासपोर्ट की चिंता
अंतरराष्ट्रीय यात्रा करना रोमांचक अनुभव हो सकता है, लेकिन पासपोर्ट से जुड़ी समस्याएं इसे तनावपूर्ण बना सकती हैं। दुबई, अबू धाबी और शारजाह के प्रमुख हवाई अड्डों से उड़ान भरने वाले यात्रियों को अब कड़े पासपोर्ट निरीक्षण का सामना करना पड़ रहा है, और यह जांच इतनी सख्त हो गई है कि वैध वीज़ा होने के बावजूद उन्हें बोर्डिंग से रोका जा सकता है। खराब पासपोर्ट यात्रियों के लिए एक बड़ी परेशानी बनते जा रहे हैं, और दुनिया भर की एयरलाइंस व इमिग्रेशन अधिकारी अब दस्तावेज़ की स्थिति पर सख्ती बरत रहे हैं।
सख्त पासपोर्ट मानक: मामूली नुकसान भी खतरनाक
पिछले कुछ सालों में पासपोर्ट निरीक्षण काफी सख्त हो गया है, खासकर यूएई में। पासपोर्ट पर मामूली सा नुकसान जैसे किनारे घिस जाना, पानी के धब्बे, पन्ना फटना या चिप खराब होना भी बोर्डिंग से रोकने या प्रवेश से इनकार करने का कारण बन सकता है। यूएई समेत कई अंतरराष्ट्रीय देशों ने पासपोर्ट की वैधता को लेकर सख्त नियम लागू किए हैं। यात्रियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका पासपोर्ट पूरी तरह से सही हालत में हो, वरना उन्हें यात्रा में देरी का सामना करना पड़ सकता है या उन्हें घर वापस भेजा जा सकता है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़े नियम
दुनिया भर में अब पासपोर्ट की जांच केवल औपचारिकता नहीं रह गई है, बल्कि यह सीमा नियंत्रण का अहम हिस्सा बन चुकी है। हल्की सी टूट-फूट, घिसे हुए किनारे, पानी के दाग या फटे पन्ने पासपोर्ट को अमान्य बना सकते हैं। कस्टम अधिकारी और एयरलाइंस ऐसे दस्तावेज़ों को लेकर बेहद सतर्क हैं और अक्सर प्रवेश से इनकार कर देते हैं। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, थाईलैंड और इंडोनेशिया जैसे देशों में पासपोर्ट मानक बहुत कड़े हैं। इंडोनेशिया में केवल 1 सेंटीमीटर की फटी हुई लाइन भी प्रवेश से इनकार का कारण बन सकती है, वहीं अमेरिका में पासपोर्ट की चिप खराब होने पर पूरा दस्तावेज़ अवैध मान लिया जाता है।
पासपोर्ट डैमेज का असर
पासपोर्ट को नुकसान कई तरीकों से हो सकता है धीरे-धीरे समय के साथ घिसाव से लेकर अचानक हुए हादसों, तरल पदार्थ गिरने या गलत तरीके से रखने तक। खराब पासपोर्ट की सबसे बड़ी चिंता उसकी कार्यक्षमता होती है। अगर पानी के दाग, फटे पन्ने या चिप की खराबी से दस्तावेज़ की जानकारी स्पष्ट नहीं होती, तो इसकी वैधता पर सवाल उठ सकते हैं। चिप खराब होने पर सुरक्षा सिस्टम पासपोर्ट को रिजेक्ट कर सकते हैं, जिससे बोर्डिंग या चेक-इन पर लंबा विलंब हो सकता है।
आंशिक और गंभीर नुकसान
पासपोर्ट डैमेज को आमतौर पर दो श्रेणियों में बांटा जाता है आंशिक नुकसान और गंभीर नुकसान। आंशिक नुकसान में नाम, राष्ट्रीयता और पासपोर्ट नंबर जैसी व्यक्तिगत जानकारी अभी भी पढ़ी जा सकती है, लेकिन दस्तावेज़ की स्थिति संदेहास्पद हो जाती है। यह देरी का कारण बन सकता है या बोर्डिंग से इनकार भी हो सकता है। गंभीर नुकसान वाले पासपोर्ट पूरी तरह से अनुपयोगी माने जाते हैं, जैसे पन्ने फट जाना, महत्वपूर्ण जानकारी मिट जाना या चिप का खराब होना। ऐसे मामलों में पासपोर्ट सीधा रिजेक्ट कर दिया जाता है।
पासपोर्ट की सुरक्षा कैसे करें
यूएई और अन्य देशों के कड़े नियमों को देखते हुए यात्रियों को अपने पासपोर्ट को सुरक्षित रखने के लिए अतिरिक्त सावधानियां बरतनी चाहिए:
-
पासपोर्ट को हमेशा सूखा रखें।
-
प्रोटेक्टिव कवर का इस्तेमाल करें।
-
पासपोर्ट को कभी न मोड़ें या झुकाएँ।
-
इसे सुरक्षित और व्यवस्थित स्थान पर रखें।
-
अत्यधिक गर्मी, ठंड या रसायनों से बचाएँ।
पासपोर्ट नवीनीकरण कब करें
जैसे ही पासपोर्ट पर नुकसान के संकेत दिखने लगें, उसका नवीनीकरण करा लेना चाहिए। कई देश, जिनमें यूएई भी शामिल है, सुझाव देते हैं कि पासपोर्ट की वैधता खत्म होने से कम से कम 6 महीने पहले उसे नवीनीकृत कर लिया जाए। यदि किनारे घिस रहे हों, पन्ने फटे हों, पानी से धब्बे हों या चिप काम न कर रही हो, तो तुरंत नया पासपोर्ट बनवाना बेहतर है।
निष्कर्ष
आज अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर पासपोर्ट की जांच बेहद कड़ी हो चुकी है। दुबई, अबू धाबी और शारजाह एयरपोर्ट्स पर यह नियम विशेष रूप से लागू किए जा रहे हैं, जहां वैध वीज़ा होने के बावजूद खराब पासपोर्ट वाले यात्रियों को बोर्डिंग से मना किया जा सकता है। इस स्थिति से बचने के लिए यात्रियों को चाहिए कि वे अपने पासपोर्ट की पूरी देखभाल करें और समय पर नवीनीकरण कराएँ। इससे न केवल यात्रा आसान होगी बल्कि अचानक होने वाली रुकावटों और तनाव से भी बचा जा सकेगा।




