कनाडा ने 2025 सीज़न के लिए नया यात्रा परामर्श (ट्रैवल एडवाइजरी) जारी किया है, जिसमें सऊदी अरब, ब्रिटेन (यूके), मेक्सिको, चीन, जर्मनी, कुवैत और कई अन्य देशों के साथ-साथ संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को भी शामिल किया गया है। बढ़ते आतंकवादी खतरों और सुरक्षा चिंताओं के चलते इन देशों की यात्रा करने वाले यात्रियों को पहले से कहीं अधिक सतर्क रहने की सलाह दी गई है। इस एडवाइजरी में भीड़भाड़ वाले इलाकों में जोखिम प्रबंधन, सार्वजनिक समारोहों में सतर्कता, अपराध और साइबर हमलों से बचाव तथा संभावित खतरों की जानकारी रखने पर ज़ोर दिया गया है।
जैसे-जैसे वैश्विक सुरक्षा चिंताएँ बढ़ रही हैं, कनाडा ने 2025 सीज़न के लिए अपने नागरिकों को यात्रा के दौरान अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी है। आतंकवाद के खतरों, नागरिक अशांति और अन्य सुरक्षा जोखिमों को देखते हुए कई देशों को उच्च-जोखिम वाले गंतव्यों की सूची में डाला गया है। इस सूची में यूएई, सऊदी अरब, यूके, मेक्सिको, चीन, जर्मनी, कुवैत और अन्य देश शामिल हैं। नीचे हम आपको उन देशों के बारे में नवीनतम जानकारी दे रहे हैं जहाँ यात्रियों को आने वाले सीज़न में सुरक्षित रहने के लिए सावधान रहना आवश्यक है।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई)
यूएई को कनाडा की यात्रा परामर्श सूची में शामिल किया गया है क्योंकि क्षेत्रीय तनाव और आतंकवाद का बढ़ता खतरा यहाँ मौजूद है। विदेशी नागरिकों और स्थानीय लोगों, दोनों को निशाना बनाए जाने का जोखिम है, खासकर उन सार्वजनिक स्थानों में जहाँ पर्यटकों की भीड़ होती है।
आतंकवाद: यूएई को आतंकवादी समूहों से लगातार खतरा है जिन्होंने यहूदी और इज़रायली स्थलों को निशाना बनाने की मंशा जताई है। सुरक्षा एजेंसियों ने कड़े कदम उठाए हैं, लेकिन हमले कभी भी हो सकते हैं। संभावित लक्ष्य हैं:
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सरकारी इमारतें, सैन्य स्थल और स्कूल
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हवाईअड्डे और परिवहन केंद्र
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पर्यटन स्थल, होटल, रेस्तरां और शॉपिंग सेंटर जैसे सार्वजनिक क्षेत्र
मिसाइल और ड्रोन हमले: क्षेत्र में पहले भी मिसाइल और ड्रोन हमले हुए हैं, जिनमें से कुछ यूएई के शहरी इलाकों और सैन्य ठिकानों तक पहुँचे हैं। मिसाइल या ड्रोन को रोकने की प्रक्रिया में मलबा भी गिर सकता है, जो खतरा पैदा कर सकता है।
सावधानी: मिसाइल हमले की स्थिति में तुरंत सुरक्षित स्थान पर जाएँ, खिड़कियों से दूर रहें और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें।
छोटे अपराध और साइबर सुरक्षा: पिकपॉकेटिंग और एटीएम फ्रॉड जैसे छोटे अपराध हो सकते हैं। सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क पर सतर्क रहें क्योंकि साइबर अपराध जैसे मैलवेयर और ऑनलाइन ब्लैकमेल आम हैं।
सऊदी अरब
सऊदी अरब संघर्ष क्षेत्रों की नज़दीकी और आतंकवादी गतिविधियों के चलते हाई अलर्ट पर रहता है। यमन और इराक की सीमा के पास स्थिति अस्थिर बनी रहती है।
आतंकवाद और क्षेत्रीय संघर्ष: यमन में सक्रिय सशस्त्र समूहों ने अतीत में सऊदी अरब को मिसाइल और ड्रोन से निशाना बनाया है। क्रॉस-बॉर्डर हिंसा का लगातार जोखिम है।
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यमन सीमा से 30 किमी के भीतर के इलाकों में अनावश्यक यात्रा से बचें।
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इराक सीमा और हफ्र अल बातिन, खाफजी जैसे कस्बों के पास न जाएँ।
नागरिक अशांति: पूर्वी प्रांत के अल कतिफ गवर्नरेट में नागरिक अशांति और सुरक्षा बलों के साथ टकराव के मामले सामने आते रहते हैं।
कानूनी पाबंदियाँ: सऊदी अरब में सार्वजनिक व्यवहार और सोशल मीडिया पर सख्त कानून हैं। सरकार या धार्मिक संस्थानों की आलोचना करने पर कड़ी सज़ा हो सकती है। यहाँ तक कि ऑनलाइन गतिविधियों के कारण भी जाँच या यात्रा प्रतिबंध लग सकता है।
यूनाइटेड किंगडम (यूके)
यूके में आतंकवाद का खतरा बना हुआ है और यहाँ पहले भी कई हमले हो चुके हैं। बड़े आयोजनों और सार्वजनिक समारोहों के दौरान यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
आतंकवाद: यूके में सरकारी इमारतें, स्कूल, पूजा स्थल, रेस्तरां, मॉल, हवाईअड्डे, पर्यटन स्थल और राजनीतिक सभाएँ हमलों के संभावित लक्ष्य हैं।
अपराध: लंदन के व्यस्त इलाकों पिकाडिली सर्कस, ट्राफलगर स्क्वायर, लेस्टर स्क्वायर आदि में पिकपॉकेटिंग आम है। सार्वजनिक परिवहन, एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशनों पर भी यात्रियों को निशाना बनाया जाता है।
प्रदर्शन: यूके में प्रदर्शन आम हैं जो कभी-कभी हिंसक हो सकते हैं। पर्यटकों को प्रदर्शनों से दूर रहने और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी जाती है।
मेक्सिको
मेक्सिको में संगठित अपराध, ड्रग कार्टेल और अपहरण जैसी घटनाएँ आम हैं। कनाडा ने यहाँ यात्रा करने वालों को विशेष सतर्कता बरतने को कहा है।
अपराध और अपहरण: ड्रग कार्टेल के बीच हिंसक झड़पें जानलेवा साबित हो सकती हैं।
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अमेरिका और ग्वाटेमाला सीमा के पास के इलाके खतरनाक माने जाते हैं।
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प्रमुख शहर और पर्यटन स्थल भी हिंसा से अछूते नहीं हैं।
छोटे अपराध: भीड़भाड़ वाली जगहों जैसे एयरपोर्ट, सार्वजनिक परिवहन और बाज़ारों में चोरी, पर्स छीनना और एटीएम फ्रॉड आम है।
सावधानी: महँगे गहने और नकद पैसे खुले में न रखें, और अपनी चीज़ें हमेशा सुरक्षित रखें।
खतरनाक राज्य: चियापस (तुस्तला गुटिरेज़ और सैन क्रिस्टोबल डी लास कासस को छोड़कर), सिनालोआ (लॉस मोचिस को छोड़कर) और जलिस्को (मिचोआकान सीमा से 50 किमी के भीतर) में गैर-जरूरी यात्रा से बचें।
चीन
कनाडाई यात्रियों के लिए चीन में जोखिम मनमाने कानून लागू होने और साइबर अपराध की वजह से है।
मनमानी हिरासत: खासकर शिनजियांग क्षेत्र से जुड़े लोगों को बिना कानूनी प्रक्रिया हिरासत में लिए जाने का खतरा है।
सावधानी: हमेशा पहचान पत्र साथ रखें, बड़े जमावड़ों से बचें और सुरक्षा जांचों के लिए तैयार रहें।
साइबर अपराध और धोखाधड़ी: पब्लिक वाई-फाई पर हैकिंग, क्रेडिट कार्ड फ्रॉड और ऑनलाइन धोखाधड़ी आम हैं।
प्रतिबंधित क्षेत्र: तिब्बत और तिब्बती स्वायत्त प्रीफेक्चर्स में जाने के लिए विशेष परमिट ज़रूरी है, फिर भी प्रवेश कभी भी रोका जा सकता है।
जर्मनी
जर्मनी में मध्यम स्तर का आतंकवाद खतरा है। बड़े शहरों और पर्यटन स्थलों पर यात्रियों को सतर्क रहना चाहिए।
आतंकवाद: सार्वजनिक स्थल, परिवहन केंद्र, सरकारी इमारतें और पूजा स्थल संभावित लक्ष्य हैं।
छोटे अपराध: बर्लिन और म्यूनिख जैसे शहरों में पिकपॉकेटिंग और बैग छीनने की घटनाएँ आम हैं।
हिंसक अपराध: बहुत कम होते हैं, लेकिन दक्षिणपंथी अतिवादियों के हमले कभी-कभी सामने आते हैं।
साइबर अपराध: सार्वजनिक वाई-फाई नेटवर्क हैकिंग के लिए संवेदनशील हैं।
कुवैत
कुवैत को भी एडवाइजरी सूची में शामिल किया गया है। यहाँ आतंकवाद और छोटे अपराधों का खतरा बढ़ रहा है।
आतंकवाद: विदेशी नागरिकों, सरकारी इमारतों, सैन्य स्थलों और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाए जाने का खतरा है।
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इराक सीमा के पास विस्फोटक शेष होने का जोखिम है।
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शिया धार्मिक स्थलों के आसपास सुरक्षा कड़ी हो सकती है।
छोटे अपराध: मार्केट और मॉल जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में पिकपॉकेटिंग और एटीएम फ्रॉड आम है।
हिंसक अपराध: दुर्लभ हैं, लेकिन जलीब अल-शयूख जैसे इलाकों में अपराध का स्तर अधिक है।
नीदरलैंड्स
नीदरलैंड्स को भी एडवाइजरी सूची में शामिल किया गया है।
आतंकवाद: सरकारी इमारतें, पूजा स्थल, पर्यटक स्थलों और हवाईअड्डों को निशाना बनाए जाने का खतरा है।
छोटे अपराध: एम्स्टर्डम के रेड-लाइट डिस्ट्रिक्ट और ट्रेनों में चोरी आम है।
साइबर अपराध: पब्लिक वाई-फाई पर साइबर हमले आम हैं।
निष्कर्ष:
2025 के इस नए यात्रा परामर्श में कनाडा ने अपने नागरिकों को चेतावनी दी है कि आतंकवाद, नागरिक अशांति और अपराध से जुड़े जोखिमों को देखते हुए यूएई, सऊदी अरब, यूके, मेक्सिको, चीन, जर्मनी, कुवैत और नीदरलैंड्स जैसे देशों में यात्रा करते समय अत्यधिक सतर्क रहें। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे नियमित रूप से कनाडाई सरकार की आधिकारिक एडवाइजरी चेक करें और स्थानीय कानूनों व सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करें।




