और महंगा होता जा रहा है दुबई
DUBAI दुनिया के महंगे शहरों में से एक है। जैसे वहां अरबपति भरे पड़े हैं, उसी तरह विदेशों से आकर कामगार के तौर पर काम करने वाले लोगों की संख्या अरबपतियों से भी अधिक है। ऐसी स्थिति में सरकार को इन प्रवासियों के लिए इंतजार करना एक फर्ज बन जाता है।
इन परेशानियों का सामना करते हैं प्रवासी
यूएई समेत कई खाड़ी देशों में भीख मांगना अपराध है। यानी कि अगर किसी कामगार की किसी कारणवश नौकरी चली जाती है या वह खाड़ी देश में फंस जाता है तो वह लोगों से मांगकर अपना गुजारा नहीं चला सकता। ऐसा करने पर उसे तुरंत पुलिस अधिकारी पकड़कर जेल में डाल देंगे।
वहीं दुबई की जनसंख्या अधिकतर खाद्यान्न आयात पर ही निर्भर है। लेकिन रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के कारण महंगाई काफी बढ़ गई है। प्रवासियों को पहले से अधिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
प्रवासियों की मदद के लिए नया कदम
ऐसी स्थिति अगर प्रवासियों की मदद न की गई तो यह उनके लिए घातक हो सकता है। इन्हीं समस्याओं के निजात पाने के लिए एक बेहतरीन कदम उठाया गया है। दुबई में 10 वेंडिंग मशीनें लगाई गई है जहां से गर्म गर्म रोटियां मिलेंगी।
दुबई के शासक के एक फाउंडेशन के द्वारा यह सारी व्यवस्था की गई है। फाउंडेशन की डायरेक्टर जैनब जुमा अल तमीमी के मुताबिक इन मशीनों के लगाने का मकसद कामगार और उनके परिवार को मदद पहुंचाना है।
कैसा है यह मशीन?
यह एक वेंडिंग मशीन है जो सुपरमार्केट में लगे हैं। यह टचस्क्रीन जैसा काम करता है। इससे पीटा ब्रेड, भारतीय रोटियों या फिर सैंडविच ब्रेड लिया जा सकता है। इनमें से कोई भी सिलेक्ट करके आप ले सकते हैं। अगर कोई इसमें योगदान देना चाहे तो इन मशीनों में क्रेडिट कार्ड रीडर भी है।