वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, यूएई, ईरान और कुवैत में अमीर निवेशकों ने सोने की खरीदारी में जबरदस्त इज़ाफा किया है। जबकि सऊदी अरब, मिस्र और तुर्की जैसे अन्य क्षेत्रीय देशों में सोने की मांग में तेज़ गिरावट देखी गई है।
मुख्य आंकड़े (दूसरी तिमाही 2025)
| देश | गोल्ड निवेश में बदलाव |
|---|---|
| यूएई | 25% बढ़ोतरी |
| ईरान | 22% बढ़ोतरी (12.7 टन से अधिक) |
| कुवैत | उच्च वर्ग में रुचि बढ़ी |
| सऊदी अरब | 19% गिरावट |
| मिस्र | 23% गिरावट |
| तुर्की | 55% गिरावट |
एंड्रयू नेलर, वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मिडल ईस्ट प्रमुख, ने कहा “मिस्र, तुर्की और सऊदी जैसे देश अधिक रिटेल-ड्रिवन मार्केट हैं, जहां छोटे बार और सिक्के ज्यादा खरीदे जाते हैं, जो कीमतों में तेजी से तुरंत प्रभावित होते हैं। इसके विपरीत, यूएई जैसे देशों में हाई-नेट-वर्थ निवेशक ऊंची कीमतों से ज्यादा प्रभावित नहीं होते।”
यूएई में टोकनाइज्ड गोल्ड का भी बढ़ रहा क्रेज
HSBC के सर्वे के मुताबिक 57% अमीर निवेशक यूएई में भविष्य में सोने में निवेश करने की योजना बना रहे हैं। इनमें से लगभग 40% टोकनाइज्ड गोल्ड (डिजिटल फॉर्म में सोना) में रुचि दिखा रहे हैं।
ईरान में गोल्ड = सुरक्षा कवच
ईरान में 30% से अधिक महंगाई के चलते लोग सोने को सेफ हेवन एसेट मान रहे हैं। राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरता के बीच, निवेशक सोने को मुद्रास्फीति से बचने का उपाय मान रहे हैं।
वैश्विक रुझान
दुनियाभर में गोल्ड इन्वेस्टमेंट डिमांड दूसरी तिमाही में 78% बढ़ी है, भले ही ज्वेलरी खरीद में गिरावट रही हो। शुक्रवार को सोने की कीमत $3,293 प्रति औंस रही, कुछ विश्लेषकों ने $4,000 तक पहुंचने का अनुमान लगाया है।




