HDFC Bank ने अपने Marginal Cost of Funds-Based Lending Rates (MCLR) में बदलाव की घोषणा की है, जो कि 7 जून, 2024 से प्रभावी होंगे। इस अपडेट में देखा गया कि RBI ने लगातार आठवीं बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है।
Updated MCLR Rates
नए MCLR के तहत, बैंक की बेंचमार्क MCLR अब 8.95% से 9.35% के बीच है।
- Overnight: 8.95%
- 1 Month: 9.00%
- 3 Month: 9.15%
- 6 Month: 9.30%
- 1 Year: 9.30%
- 2 Year: 9.30% (पिछले 9.35% से घटकर अब 9.30%)
- 3 Year: 9.35%
(Source: HDFC Bank)
Understanding MCLR
MCLR, या Marginal Cost of Funds-Based Lending Rates, वह न्यूनतम ब्याज दर होती है जिस पर बैंक उधार दे सकते हैं। इसे विभिन्न कारकों के आधार पर गणना की जाती है जैसे कि फंड्स की मार्जिनल कॉस्ट, ऑपरेटिंग कॉस्ट्स, और टेन्योर प्रीमियम।
Rate Reduction का Impact
कॉस्ट में कटौती होने से EMI या ऋण की अवधि में कमी आ सकती है, लेकिन इसका असर तत्काल नहीं होता। MCLR आधारित होम लोन के लिए एक रीसैट पीरियड होता है, जिसके बाद ही दरें उधारकर्ता के लिए संशोधित होती हैं।
RBI का रुख
RBI ने अपने नीति दरों पर सतर्क रुख बनाए रखा है, और कुछ अर्थशास्त्रियों का मानना है कि उधार लेने की लागत FY 2024-25 के बाद ही कम हो सकती है, जब महंगाई RBI के कंफर्ट जोन में आ जाएगी।
विशेषज्ञ की राय
Basic Home Loan के CEO और Co-Founder, Atul Monga ने कहा, “हालांकि यह शॉर्ट टर्म में लाभकारी है, लेकिन निकट भविष्य में कम ब्याज दरों का संकेत नहीं देता है।”
“यह स्थिति विशेष रूप से पहले बार घर खरीदने वालों और किफायती हाउसिंग की तलाश करने वालों के लिए कठिन हो सकती है, क्योंकि ये ब्याज दर में होने वाले बदलावों के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं,” उन्होंने कहा।