भारत के केंद्रीय इस्पात एवं भारी उद्योग मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की तीन दिवसीय राजनयिक एवं व्यावसायिक यात्रा सफलतापूर्वक संपन्न की। इस दौरान उन्होंने उच्च स्तरीय बैठकों में भाग लिया, जिनके माध्यम से भारत और यूएई के बीच व्यापारिक संबंधों तथा औद्योगिक सहयोग को गहराने की दिशा में ठोस प्रगति की उम्मीद जताई जा रही है।
इस प्रतिनिधिमंडल में इस्पात मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी, और तीन प्रमुख भारतीय इस्पात कंपनियों—स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL), मीकॉन लिमिटेड (MECON) और नेशनल मिनरल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (NMDC)—के अध्यक्ष और वरिष्ठ प्रतिनिधि भी शामिल थे।
भारत की वैश्विक उपस्थिति को बढ़ावा
यात्रा के दौरान मंत्री कुमारस्वामी ने दुबई में इन तीनों कंपनियों के प्रतिनिधि कार्यालयों का उद्घाटन किया। यह पहल भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया, फॉर द वर्ल्ड’ रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत भारतीय इस्पात कंपनियां अब अपने वैश्विक विस्तार और अंतरराष्ट्रीय अवसरों के दोहन पर ज़ोर दे रही हैं।
रणनीतिक वार्ताएं और हरित इस्पात सहयोग पर चर्चा
मंत्री कुमारस्वामी ने यूएई के अर्थव्यवस्था और पर्यटन मंत्री अब्दुल्ला बिन तौक अल मरी के साथ द्विपक्षीय मुलाकात की। इस दौरान कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई, जिनमें शामिल थे:
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हरित इस्पात (Green Steel) में सहयोग और सतत विकास की दिशा में संयुक्त प्रयास
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रक्षा और ऑटोमोबाइल क्षेत्र के लिए हाई-ग्रेड स्टील और एल्युमिनियम के उत्पादन में साझेदारी
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सप्लाई चेन को मजबूत बनाने के लिए साझा पहल और निवेश अवसर
रणनीतिक स्थलों का दौरा और उद्योगों से संवाद
मंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल ने यूएई के विभिन्न रणनीतिक औद्योगिक स्थलों का दौरा किया, जिनमें शामिल थे:
रास अल खैमा पोर्ट (RAK Port) के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात
स्टेविन रॉक (Stevin Rock) खदानों का निरीक्षण
दुबई के जेबेल अली में स्थित एमिरेट्स ग्लोबल एल्युमिनियम (Emirates Global Aluminium) और कोनारेस स्टील (Conares Steel) सुविधाओं का दौरा
इन दौरों के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने क्षेत्रीय धातु उद्योग के प्रमुख खिलाड़ियों से संपर्क स्थापित किया और साझेदारी की संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया।
भारतीय प्रवासी समुदाय से जुड़ाव
मंत्री कुमारस्वामी ने यूएई में बसे कर्नाटक प्रवासी समुदाय के सदस्यों से भी मुलाकात की और India Business & Professional Council Dubai द्वारा आयोजित स्टील कंपनियों के साथ राउंडटेबल बैठक में भाग लिया। इस बैठक में उद्योग प्रतिनिधियों के साथ प्रत्यक्ष संवाद और फीडबैक साझा करने का अवसर मिला।
रणनीतिक साझेदारी को मिला नया आयाम
यह यात्रा भारत और यूएई के बीच नियमित उच्चस्तरीय आदान-प्रदान का हिस्सा रही है, जो हाल के वर्षों में काफी तेज़ हुए हैं। इस मिशन ने दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी (Comprehensive Strategic Partnership) को और सशक्त किया है, साथ ही मध्य पूर्वी बाज़ार में भारत की औद्योगिक उपस्थिति को विस्तार देने की प्रतिबद्धता को भी दर्शाया है। इस दौरे के माध्यम से इस्पात, खनिज और उन्नत विनिर्माण (Advanced Manufacturing) क्षेत्रों में भविष्य के सहयोग के लिए मजबूत आधार तैयार किया गया है।




