Devina Mehra, जो First Global की Founder & CMD हैं, का कहना है कि इस बार यह महज संयोग है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने पैसे निकाले और बाजार में गिरावट आई। लेकिन अगर लंबी अवधि के आंकड़ों को देखा जाए, तो यह धारणा सही नहीं है कि अगर FIIs पैसा लगाते हैं, तो बाजार ऊपर जाता है और अगर वे निकालते हैं, तो बाजार गिरता है।
इसके अलावा, अमेरिका का शेयर बाजार लंबे समय से अच्छा प्रदर्शन कर रहा था, लेकिन अब वहां स्थितियां बदल रही हैं। ट्रंप की नीतियों, महंगाई और आर्थिक अनिश्चितता के कारण अमेरिका का दबदबा खत्म होने के करीब है। ऐसे में निवेशक अब अन्य बाजारों जैसे यूरोप, चीन और भारत की ओर रुख कर सकते हैं।
किन सेक्टर्स में हो सकती है तेजी?
Mehra ने बताया कि IT, फार्मा और ऑटो कंपोनेंट सेक्टर में वे पहले से ही ज्यादा निवेश कर रहे हैं। इसके अलावा, उन्होंने हाल ही में FMCG और केमिकल सेक्टर में भी कुछ शेयर जोड़े हैं। हालांकि, वे अभी भी पेंट कंपनियों और रियल एस्टेट सेक्टर को लेकर ज्यादा उत्साहित नहीं हैं।
🔹 FMCG सेक्टर में निवेश क्यों बढ़ रहा है?
- खपत (Consumption) में सुधार हो रहा है।
- खाद्य महंगाई (Food Inflation) कंट्रोल में आ रही है, जिससे FMCG कंपनियों को फायदा होगा।
- GDP में निजी उपभोग (Private Consumption) 2023-24 में 21 साल के निचले स्तर पर था, लेकिन इस साल 7.5% की रिकवरी की उम्मीद है।

ITC स्टॉक का प्रदर्शन और संभावनाएं
ITC के शेयर को लेकर भी बाजार में सकारात्मक माहौल दिख रहा है। इस स्टॉक का मौजूदा मूल्य ₹405 है और अगले एक साल में 28% तक बढ़कर ₹518 तक जाने की उम्मीद है।
| स्टॉक स्कोर | 6/10 (BUY) |
|---|---|
| PE रेशियो | 25.11 |
| EPS (TTM) | 16.10 |
| मार्केट कैप (₹ करोड़) | 5,06,474 |
| डिविडेंड यील्ड (%) | 3.40 |
| Beta (अस्थिरता) | 0.91 |
| 52 हफ्तों का हाई/लो (₹) | 528 / 391 |
क्या अब FIIs भारत में पैसा लगाएंगे?
Mehra का कहना है कि FIIs का आना या जाना अकेले बाजार की दिशा तय नहीं करता। अमेरिका में बढ़ती अनिश्चितता के कारण अब निवेशक यूरोप और भारत जैसे बाजारों की ओर ध्यान दे सकते हैं। हालांकि, FIIs का पैसा कब और कितना आएगा, यह पूरी तरह से अनुमान लगाना मुश्किल है।
संभावनाएं यह कहती हैं कि अगर भारत का GDP ग्रोथ और खपत का ट्रेंड मजबूत रहता है, तो बाजार में अच्छी रिकवरी देखने को मिल सकती है।
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
✅ IT, फार्मा, ऑटो कंपोनेंट और FMCG सेक्टर पर नजर रखें।
✅ शेयर बाजार में गिरावट को अवसर की तरह देखें और लंबी अवधि के लिए अच्छे शेयर चुनें।
✅ FIIs के ट्रेंड को देखने की बजाय भारत के आंतरिक आर्थिक संकेतकों को प्राथमिकता दें।
✅ बाजार की अस्थिरता के बावजूद अच्छी कंपनियों में निवेश बनाए रखें।
📢 डिस्क्लेमर: शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन है। निवेश से पहले अपनी रिसर्च जरूर करें या किसी विशेषज्ञ से सलाह लें।





