भारत में जनता का रोना, सरकार के लिए नही हैं कोरोना.
भारत में लगातार कोरोनावायरस के केस बढ़ते जा रहे हैं और भारत की सरकार रैली और चुनाव में व्यस्त है इसका नतीजा यह हो रहा है कि लगातार भारतीय मृत्यु दर में बढ़ोतरी हो रही है और जगह-जगह ऑक्सीजन के साथ-साथ अस्पतालों में बेड की कमी हो गई है.
भारत को प्रतिबंधित किया गया.
भारत की स्थिति पर नजर रखे हुए दूसरे देश की अब भारत को झटका देने लगे हैं हाल मैं लिए गए फैसले के अनुसार हांगकांग में भारत को अपने ग्रीन लिस्ट से हटा दिया है और उससे किसी भी प्रकार से फ्लाइट सेवाओं के आदान-प्रदान पर रोक लगा दिया है और यह रोग अभी फिलहाल 15 दिनों के लिए जारी रहेगा.
15 दिनो के लिए ये देश भी प्रतिबंधित.
भारत के साथ पाकिस्तान और फिलीपीन को भी हांगकांग ने प्रतिबंधित सूची में किया है और कहा है कि इन देशों से अगले 15 दिनों तक किसी भी प्रकार की फ्लाइट से नहीं आदान प्रदान की जाएंगी.
भारत वैक्सीन मैत्री अब भारत पर ही भारी.
भारत में भले वैक्सीन देने का कार्य बहुत बड़े पैमाने पर किए जाने का दावा किया जा रहा है लेकिन जितनी बड़ी जनसंख्या भारत की है उस प्रकार देखें तो भारत में वैक्सिंन अभी ऊंट के मुंह में जीरा समान है. भारत ने भले ही विदेशों में वैक्सीन भेजकर वैक्सीन मैत्री का एक उदाहरण पेश किया हो लेकिन इस वक्त के हालात कुछ इस प्रकार है कि भारत में कई ऐसे जगह है जहां पर दूसरे डोज देने के लिए वैक्सीन की कमी है और खुद भारत भी अब वैक्सीन की कमी से जूझता हुआ नजर आ रहा है.