8 भारतीय ब्लू-कॉलर कामगार का एक समूह फंस गया था
UAE में 8 भारतीय ब्लू-कॉलर कामगार का एक समूह फंस गया था। एजेंट ने उनके साथ धोकाधड़ी की थी। अब न तो उनके पास जॉब थी और न ही पासपोर्ट ताकि वह वापस आ सकें। एजेंट ने उस कंपनी को उनके पासपोर्ट दिए ही नहीं जहां उन्हें नौकरी मिली थी।
भारतीय वाणिज्य दूतावास को उनकी इस हालत की खबर लगने के बाद कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उनकी मदद की और अभी वो एक श्रमिक आवास में रह रहे हैं। वह 5 मार्च को UAE आए थे।
हरेक कामगार से इसके लिए 30 हज़ार रुपया लिया गया था
उन्होंने बताया कि उनसे काम देने का वादा कर उन्हें संयुक्त अरब अमीरात लाया गया था। हरेक कामगार से इसके लिए 30 हज़ार रुपया लिया गया था। उन्होंने बताया कि न तो उनके पास खाना है न ही पैसा और न ही कोई काम।
एक सामाजिक कार्यकर्ता, किरण ने उन्हें सबसे पहले एक सड़क पर देखा था और इसकी जानकारी वाणिज्य दूतावास को दी। एक दूसरे सामाजिक कार्यकर्ता Hidayath Adoor ने उन्हें जरुरी सामान प्रदान किया।