भारत सरकार ने भारतीय रेलवे कैटरिंग और टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) और भारतीय रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन (IRFC) को ‘नवरत्न’ का दर्जा दे दिया है। यह फैसला इन दोनों कंपनियों को अधिक स्वायत्तता और वित्तीय स्वतंत्रता देगा, जिससे वे अपने निर्णय तेजी से ले सकेंगी और भारतीय रेलवे के विकास में और अधिक योगदान कर सकेंगी।
IRCTC और IRFC का परिचय
IRCTC (Indian Railway Catering and Tourism Corporation) भारतीय रेलवे की सहायक कंपनी है, जो ऑनलाइन टिकट बुकिंग, खानपान सेवाएं और पर्यटन सुविधाएं प्रदान करती है। रेलवे की डिजिटल सेवाओं में इसका महत्वपूर्ण योगदान है।
IRFC (Indian Railway Finance Corporation) भारतीय रेलवे की वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने वाली कंपनी है। यह रेलवे की बुनियादी ढांचे के विकास और नई परियोजनाओं के लिए पूंजी जुटाने का काम करती है।
‘नवरत्न’ का दर्जा मिलने का क्या मतलब है?
नवरत्न दर्जा मिलने से इन कंपनियों को कई प्रकार के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार मिलते हैं। इससे उन्हें सरकार की मंजूरी के बिना भी अपने व्यवसाय और विस्तार से जुड़े फैसले लेने की छूट मिल जाती है।
अब IRFC और IRCTC को ये फायदे होंगे:
- बिना सरकारी मंजूरी के ₹1,000 करोड़ या नेट वर्थ के 15% (जो भी कम हो) तक निवेश कर सकते हैं।
- विदेशी बाजारों से बॉन्ड जारी कर पैसा जुटाने की छूट मिलेगी।
- प्रोजेक्ट्स और नई योजनाओं को तेजी से लागू कर सकेंगे।
- प्रतिभाशाली कर्मचारियों को आकर्षित करने के लिए बेहतर वेतन संरचना बना सकेंगे।

IRFC का वित्तीय प्रदर्शन
IRFC ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में शानदार प्रदर्शन किया:
- कुल कारोबार: ₹26,644 करोड़
- शुद्ध लाभ: ₹6,412 करोड़
- कुल संपत्ति: ₹49,178 करोड़
इससे यह साफ है कि कंपनी की वित्तीय स्थिति काफी मजबूत है और यह रेलवे की नई परियोजनाओं के लिए फंडिंग देने में सक्षम होगी।
नवरत्न का दर्जा कैसे मिलता है?
किसी भी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी (PSU) को नवरत्न बनने के लिए कुछ शर्तों को पूरा करना होता है:
- पहले कंपनी को मिनीरत्न (Category-I) का दर्जा मिलना चाहिए।
- कंपनी का औसत वार्षिक टर्नओवर ₹5,000 करोड़ से अधिक होना चाहिए।
- कंपनी का शुद्ध लाभ (Net Profit) ₹1,500 करोड़ से अधिक होना चाहिए।
- कंपनी की नेट वर्थ ₹10,000 करोड़ से अधिक होनी चाहिए।
- सरकार द्वारा तय किए गए पैमाने पर कम से कम 60 अंक (100 में से) मिलने चाहिए।
पहले से कौन-कौन सी कंपनियां ‘नवरत्न’ हैं?
IRCTC और IRFC के अलावा, 25 अन्य कंपनियां पहले ही नवरत्न का दर्जा प्राप्त कर चुकी हैं। इनमें शामिल प्रमुख कंपनियां हैं:
- गेल इंडिया लिमिटेड (GAIL)
- भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL)
- ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL)
- रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL)
- एनएचपीसी लिमिटेड (NHPC)
इस फैसले से रेलवे को क्या फायदा होगा?
- रेलवे को अधिक वित्तीय संसाधन मिलेंगे, जिससे नए रेल नेटवर्क, आधुनिकीकरण और यात्री सुविधाओं में सुधार होगा।
- रेलवे को सरकारी मंजूरी की प्रक्रिया से आजादी मिलेगी, जिससे नई योजनाओं को तेजी से लागू किया जा सकेगा।
- यह रेलवे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाएगा और भारतीय रेलवे को विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा विकसित करने में मदद करेगा।





