पांच साल के लंबे इंतजार के बाद श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। पवित्र कैलाश मानसरोवर यात्रा इस जून से फिर शुरू होने जा रही है, और इस बार यात्रा का मार्ग होगा सिक्किम का नाथुला पास।
यात्रा को 2020 में भारत-चीन सैन्य तनाव और कोविड-19 महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया था। अब जब हालात सामान्य हो रहे हैं, तो इस ऐतिहासिक और आध्यात्मिक यात्रा को दोबारा शुरू करने की तैयारियां जोरों पर हैं।
🔧 तैयारी जोरों पर: ऊंचाई पर दो नए एक्लिमेटाइजेशन सेंटर
श्रद्धालुओं की सुरक्षा और शारीरिक अनुकूलन (Acclimatisation) के लिए सरकार इस बार विशेष तैयारी कर रही है। दो नए उच्च-ऊंचाई acclimatisation सेंटर लगभग बनकर तैयार हैं:
-
✅ 10,000 फीट की ऊंचाई पर पहला सेंटर
-
✅ हांगू झील (Hangu Lake) के पास कुपुप रोड पर 14,000 फीट की ऊंचाई पर दूसरा सेंटर
इन केंद्रों में श्रद्धालुओं को ऑक्सीजन, मेडिकल सुविधा और आराम की व्यवस्था मिलेगी, ताकि ऊंचाई के कारण किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या से निपटा जा सके।

🚶♂️ यात्रा का महत्व और उम्मीदें
कैलाश मानसरोवर यात्रा हिंदू, बौद्ध, जैन और बोन धर्मों के लिए अत्यंत पवित्र मानी जाती है। यह यात्रा हर वर्ष हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है, जो भगवान शिव के धाम तक पहुंचने के लिए कठिन मार्ग को पार करते हैं।
नाथुला मार्ग के खुलने से:
-
यात्रा कम समय में पूरी हो सकेगी
-
वरिष्ठ नागरिकों और महिलाओं के लिए यह मार्ग अधिक सुविधाजनक माना जा रहा है
-
सिक्किम के पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा




