KUWAIT में बायोमैट्रिक फिंगरप्रिंटिंग की प्रक्रिया में सभी को पंजीकरण करने की सलाह दी गई है। दरअसल इस प्रक्रिया से उन आरोपियों के बारे में आसानी से जानकारी मिल जा रही है जो कुवैत में अवैध तरीके से रह रह हैं या डिपोर्ट किए जाने के बाद अवैध तरीके से एंट्री करने की कोशिश कर रहे हैं।

दस साल पहले किया है था डिपोर्ट
जांच के दौरान ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें आरोपियों को करीब 10 साल पहले रिपोर्ट किया गया था लेकिन अब वह नई आइडेंटिटी के साथ कुवैत में एंट्री की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन biometric fingerprinting के कारण उनकी यह कोशिश नाकाम हो रही है।
पहले प्रवासियों का रेजिडेंसी परमिट आसानी से रिन्यू करा लिया जा रहा था इसलिए प्रतिबंध के बावजूद भी कुवैत में एंट्री करना उनके लिए मुश्किल का काम नहीं था। लेकिन अब बायोमेट्रिक फिंगर प्रिंटिंग के आ जाने के बाद ऐसे लोगों के पहचान आसानी से हो जा रही है जिन्हें डिपोर्ट किया गया था और जिन लोगों ने गलत तरीके से रेजिडेंसी परमिट बनवाया है। कहा गया है कि किसी भी तरह से गलत आइडेंटिटी पर एंट्री की कोशिश कर रहे हैं आरोपी को माफ नहीं किया जाएगा।




