हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश के कारण भूस्खलन, अचानक आई बाढ़ और बादल फटने की घटनाओं ने तबाही मचा दी है. लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य के कई इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त है. बाढ़ से संबंधित घटनाओं के बारे में पूछे जाने पर राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने बताया कि एक ही परिवार के आठ सदस्यों सहित कम से कम 26 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. इन घटनाओं में पांच अन्य लोग लापता हैं. पूरे देश की बात करें तो बारिश से हुई घटनाओं में कम से कम 31 लोगों की मौत हुई है. मरने वालों में उत्तराखंड और ओडिशा में चार-चार और झारखंड में एक शामिल है.
743 सड़कों पर आवाजाही अवरुद्ध
उन्होंने कहा कि सबसे अधिक नुकसान मंडी, कांगड़ा और चंबा जिलों में देखने को मिला है. लगातार हो रही तेज बारिश के चलते राज्य से अब तक 36 मौसम संबंधी घटनाएं सामने आ चुकी हैं. उन्होंने कहा कि मंडी में मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग और शोघी में शिमला-चंडीगढ़ राजमार्ग सहित 743 सड़कों पर आवाजाही अवरुद्ध है. उपायुक्त अरिंदम चौधरी ने कहा कि अकेले मंडी में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन में 13 लोगों की मौत हो गई और पांच लापता हो गए. उन्होंने कहा कि गोहर विकास खंड के काशान गांव में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और पुलिस द्वारा चार घंटे के लंबे तलाशी अभियान के बाद एक परिवार के आठ सदस्यों के शव उनके घर के मलबे से निकाले गए.
भूस्खलन के बाद कई मकान जमिंदोज
बादल फटने के बाद कई परिवारों ने बागी और पुराने कटोला क्षेत्रों के बीच स्थित अपने घरों को छोड़ दिया और सुरक्षित स्थानों पर शरण ली है. आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने कहा कि शिमला के ठियोग में एक कार के बोल्डर की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए. मोख्ता ने कहा कि चंबा के चौवारी के बनेत गांव में तड़के करीब साढ़े चार बजे भूस्खलन के बाद मकान गिरने से तीन लोगों की मौत हो गयी.
ट्रेन सेवा निलंबित
अधिकारियों ने कहा कि कांगड़ा में एक ‘कच्चा’ घर ढह गया, जिसमें नौ साल के बच्चे की मौत हो गई. इस बीच, हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में चक्की पुल के शनिवार को भारी बारिश के कारण ढह जाने के कारण जोगिंद्रनगर-पठानकोट मार्ग पर ट्रेनों को निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि रेलवे अधिकारियों ने पुल को असुरक्षित घोषित कर दिया है और पठानकोट (पंजाब) से जोगिंद्रनगर (हिमाचल प्रदेश) तक नैरो गेज ट्रैक पर ट्रेन सेवा को निलंबित कर दिया गया है.
बाढ़ में फंसे 30 लोगों को सुरक्षित निकाला गया
हमीरपुर में अचानक आई बाढ़ में फंसे 30 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मौतों पर दुख व्यक्त किया और कहा कि प्रशासन प्रभावित जिलों में युद्धस्तर पर बचाव अभियान चला रहा है. हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के मुख्य अभियंता ने कहा कि मंडी में मनाली-चंडीगढ़ राजमार्ग और शोघी में शिमला-चंडीगढ़ राजमार्ग सहित 743 सड़कों पर भारी बारिश के कारण यातायात अवरुद्ध है. उन्होंने कहा कि आज 407 सड़कों को बहाल कर दिया जाएगा और कल तक 268 सड़कों को साफ कर दिया जाएगा.
सामने आया चौंकाने वाला
#WATCH | Himachal Pradesh: The railway bridge on Chakki river in Himachal Pradesh's Kangra district damaged due to flash flood, and collapsed today morning. The water in the river is yet to recede: Northern Railways pic.twitter.com/ApmVkwAkB8
— ANI (@ANI) August 20, 2022
कई जगहों के लिए अलर्ट जारी
पुलिस ने कहा कि शोघी और तारा देवी के बीच सोनू बांग्ला में भूस्खलन के बाद चंडीगढ़-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध हो गया. उन्होंने कहा कि पत्थर अब भी गिर रहे हैं और शोघी-मेहली बाईपास से यातायात को डायवर्ट किया गया है. इस बीच, राज्य के कई हिस्सों में पानी और बिजली की आपूर्ति ठप हो गई है. यहां एक बैठक में राज्य के मुख्य सचिव आरडी धीमान ने संबंधित विभागों को सड़कों को साफ करने का निर्देश दिया ताकि बुनियादी जरूरतों की आपूर्ति बाधित न हो. उन्होंने भारी बारिश से हुए नुकसान की वीडियोग्राफी कराने और प्रभावित लोगों को आश्रय देने के भी आदेश दिए. प्रमुख सचिव राजस्व ने मुख्य सचिव को बताया कि राज्य आपदा मोचन कोष से जिलों को 232.31 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं और राहत एवं पुनर्वास कार्य के लिए सभी जिलों के पास पर्याप्त राशि उपलब्ध है.