विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने एक बार फिर मदीना को “हेल्दी सिटी” के रूप में मान्यता दी है। इस्लाम के दूसरे सबसे पवित्र शहर को 80 अंकों के साथ यह सर्टिफिकेट मिला है। सऊदी प्रेस एजेंसी (SPA) की ओर से यह जानकारी दी गई।
सर्टिफिकेट देने का कार्यक्रम
यह सर्टिफिकेट गुरुवार को एक समारोह में सऊदी अरब के स्वास्थ्य मंत्री फहद अलजालाजिल ने मदीना के गवर्नर प्रिंस सलमान बिन सुल्तान को सौंपा।
प्रिंस सलमान ने कहा कि मदीना को फिर से हेल्दी सिटी मान्यता मिलना इस बात का सबूत है कि सऊदी नेतृत्व लोगों के जीवन की गुणवत्ता बेहतर बनाने के लिए पूरी तरह समर्पित है। मदीना अब क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकास का मॉडल बनकर उभरा है।
आपको बता दें कि अब मदीना मिडल ईस्ट का दूसरा सबसे बड़ा हेल्दी शहर बन गया है। इससे पहले यह स्थान जेद्दा के पास था।
हेल्दी सिटी बनने के लिए क्या ज़रूरी था?
WHO के मुताबिक हेल्दी सिटी की मान्यता पाने के लिए किसी शहर को 80 अलग-अलग मानकों पर खरा उतरना होता है। इनमें शामिल हैं:
-
पार्क और ओपन स्पेस
-
चलने और साइकिल चलाने के लिए रास्ते
-
प्राइमरी हेल्थ केयर की सुविधाएं
-
स्कूलों और सार्वजनिक स्थानों पर स्वास्थ्य जागरूकता
सऊदी के कौन-कौन से शहर शामिल हैं?
मदीना के अलावा WHO ने सऊदी अरब के 14 और शहरों को हेल्दी सिटी का दर्जा दिया है:
-
ताइफ
-
तबूक
-
अद-दीरियाह
-
उनैज़ा
-
जलाजिल
-
अल-मंदक
-
अल-जुमूम
-
रियाद अल-खुबरा
-
शरूराह आदि




