कोचिन शिपयार्ड लिमिटेड (CSL) ने हाल ही में यूरोप के एक क्लाइंट से हाइब्रिड सर्विस ऑपरेशन वेसल (SOV) के लिए एक महत्वपूर्ण ऑर्डर हासिल किया है। यह इको-फ्रेंडली वेसल, यूरोपीय ऑफशोर विंड इंडस्ट्री के लिए डिजाइन किया गया है और इसमें बैटरी सिस्टम का उपयोग ऊर्जा दक्षता बढ़ाने और एमिशन्स को कम करने के लिए किया जाएगा।
इस कॉन्ट्रैक्ट में अतिरिक्त दो SOVs के ऑप्शन भी शामिल हैं। इस प्रोजेक्ट से कोचिन शिपयार्ड की उच्च-तकनीकी वेसल्स के निर्माण में स्थिति और मजबूत होगी, विशेषकर रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में। यह वेसल 2026 के अंत तक डिलीवर की जाएगी और इसका मूल्य Rs 500 से Rs 1,000 करोड़ के बीच होने की उम्मीद है।
भारतीय नेवी के साथ नया कॉन्ट्रैक्ट
हाल ही में, कंपनी ने इंडियन नेवी के दो नेवल वेसल्स पर मीडियम रिफिट्स करने के लिए एक कॉन्ट्रैक्ट साइन किया है। यह कॉन्ट्रैक्ट Rs 150 करोड़ का है और इसमें ड्राई-डॉकिंग, रिफिटिंग और शिप्स पर इक्विपमेंट अपग्रेडिंग शामिल है।
मजबूत ऑर्डर बुक
कोचिन शिपयार्ड लिमिटेड की ऑर्डर बुक 31 दिसंबर 2023 तक Rs 21,500 करोड़ की थी, जो डिफेंस मिनिस्ट्री और यूरोप के कमर्शियल क्लाइंट्स से बड़े ऑर्डर्स के कारण है। कंपनी की योजना छोटे और मिड-साइज कमर्शियल सेगमेंट वेसल्स में अपने व्हॉली-ओन्ड सब्सिडियरीज के माध्यम से प्रवेश करने की भी है। पिछले तीन वर्षों में, कंपनी ने 550 प्रतिशत से अधिक का मल्टीबैगर रिटर्न दिया है।
कोचिन शिपयार्ड की इंफ्रास्ट्रक्चर
कोचिन शिपयार्ड लिमिटेड (CSL) एक शिपयार्ड संचालित करता है, जिसे तकनीकी सहयोग से Mitsubishi Heavy Industries, Japan ने डिज़ाइन और कंस्ट्रक्ट किया है। इस यार्ड ने 1978 में शिपबिल्डिंग ऑपरेशन्स और 1981 में शिप रिपेयरिंग शुरू की थी। CSL के पास एक शिपबिल्डिंग ड्राई-डॉक है, जो 110,000 DWT तक के शिप्स को हैंडल कर सकता है, और एक शिप रिपेयर ड्राई-डॉक है, जो 125,000 DWT तक के शिप्स को हैंडल कर सकता है।
इन्वेस्टमेंट के लिए संभावनाएं
कोचिन शिपयार्ड के स्टॉक ने जबरदस्त ग्रोथ दिखाई है और इन्वेस्टर्स को इस स्टॉक पर नजदीकी नजर रखनी चाहिए। कंपनी द्वारा प्राप्त किए गए नवीनतम ऑर्डर्स और कॉन्ट्रैक्ट्स, इसकी मजबूत ऑर्डर बुक और मल्टीबैगर रिटर्न का ट्रैक रिकॉर्ड इसे एक प्रॉमिसिंग इन्वेस्टमेंट ऑप्शन बना सकते है।