बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। कड़ाके की ठंड और शीतलहर ने जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। सुबह और शाम के वक्त तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे ठिठुरन बढ़ गई है। इसी बीच, गिरते तापमान और बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए एक अहम फैसला लिया है, ताकि नौनिहालों को इस जानलेवा ठंड से बचाया जा सके।
पहली से आठवीं कक्षा तक के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को 1 जनवरी तक बंद रखने का आदेश जारी
प्रशासन द्वारा जारी किए गए आदेश के मुताबिक, जिले में संचालित होने वाले कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूल अब 1 जनवरी तक बंद रहेंगे। यह आदेश सरकारी और निजी दोनों तरह के विद्यालयों पर समान रूप से लागू होगा। प्रशासन का मानना है कि सुबह के समय अत्यधिक ठंड और घने कोहरे के कारण स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। इसी जोखिम को कम करने के लिए एहतियात के तौर पर स्कूलों में छुट्टियों की घोषणा की गई है।
घने कोहरे और गिरते पारे से बच्चों की सेहत पर असर पड़ने की आशंका, 9वीं से ऊपर की कक्षाओं पर बाद में होगा फैसला
सुबह के वक्त विजिबिलिटी कम होने और बर्फीली हवाओं के चलते बच्चों के बीमार पड़ने का खतरा बढ़ गया था। इसी को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। हालांकि, अभी यह आदेश केवल 8वीं कक्षा तक के लिए ही है। कक्षा 9 और उससे ऊपर के छात्रों की पढ़ाई को लेकर प्रशासन ने फिलहाल कोई रोक नहीं लगाई है। अधिकारियों का कहना है कि मौसम के हालात की लगातार समीक्षा की जा रही है और स्थिति को देखने के बाद ही सीनियर छात्रों की कक्षाओं को लेकर अलग से निर्णय लिया जाएगा।
आने वाले दिनों में ठंड से राहत मिलने के आसार कम, प्रशासन ने अभिभावकों से की सावधानी बरतने की अपील
मौसम के मौजूदा हालात को देखते हुए आने वाले दिनों में भी ठंड से राहत मिलने की संभावना काफी कम है। अनुमान है कि तापमान में अभी और गिरावट आ सकती है और शीतलहर का प्रकोप जारी रह सकता है। ऐसे में जिला प्रशासन ने अभिभावकों से विशेष अपील की है कि वे अपने बच्चों को ठंड से बचाने के लिए पूरी सावधानी बरतें। बच्चों को गर्म कपड़ों में रखें और प्रशासन द्वारा समय-समय पर जारी किए जा रहे दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें।




