ओमान में भारतीय महिलाओं की बुरी स्थिति
भारत नए खाड़ी देशों में अपनी रोजी रोटी कमाने गई महिला कामगारों की स्थिति बद से बद्तर हो जाती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एजेंटों के द्वारा महिलाओं को नौकरी का वादा किया जाता है और उन्हें खाड़ी देशों में ले जाकर फंसा दिया जाता है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल द्वारा किए गए प्रयासों के फलस्वरूप वहां से बचाई गई महिला ने अपनी आपबीती सुनाई है। महिला ने कहा है कि वह बहुत खुशकिस्मत हैं जो मदद के बाद वापस अपने देश लौट पाई हैं।
पीड़िता की मामी ने ही दिया धोखा
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पीड़ित की मामी ही उसकी इस हालत के लिए जिम्मेदार निकली। उनकी मामी खुद ट्रैवल एजेंट है और उसने दूसरे ट्रैवल एजेंट के साथ मिलकर 1.50 लाख रुपये में वहां के स्थानीय लोगों को बेच दिया। 16 मार्च को जब वह वहां पहुंची तो उनका पासपोर्ट और फोन छीन लिया गया और एक कमरे में बंद कर दिया गया।
पीड़िता ने बताया कि उन्हें नहीं पता था कि लोग इस तरह के काम भी करते हैं। उन्हें नहीं पता था कि 30 हजार रुपये प्रति माह वाला जॉब का वादा उन्हें इतना भारी पड़ जाएगा।
किए चौकाने वाले खुलासे, किस हाल में रखा जाता है बंदी महिलाओं को
पीड़िता ने बताया कि पंजाब की महिलाओं को नौकरी का लालच दिया जाता है और विदेश से जाकर उन्हें अनैतिक कार्य करने पर मजबूर किया जाता है। वह मस्कट में करीब दो महीने रही और वहां की खौफजदा और बदहवास जिंदगी का वर्णन सुनकर किसी का कलेजा फट जाए।
उन्होंने बताया कि वहां कई और महिलाओं को बंदी बनकर रखा गया है और कथित तौर पर बेचा जा रहा है। एजेंट के धोखे के कारण उनकी ऐसी स्थिति हुई है। उन्हें बचाए जाने और मदद की उम्मीद है लेकिन ऐसा कब होगा इसकी कोई खबर नहीं है।
महिलाओं को पीटा जाता है और भूखा रखा जाता है
अपनी इस स्थिति को अस्वीकार करने और आरोपियों का विरोध करने वाली महिलाओं को पीटा जाता है। उन्हें कई दिनों तक भूखा रखा जाता है।