पांच राफेल विमान भारत सीमा में प्रवेश कर चुके हैं। पांचों राफेल विमान अंबाला एयरबेस पर लैंड कर भारत की वायुसेना का हिस्सा बन चुके है। भारतीय सीमा में प्रवेश करते ही राफेल विमानों का आईएनएस कोलकाता ने स्वागत किया था। इसके बाद दो सुखोई लड़ाकू विमानों ने पांचों राफेल विमान को एस्कॉर्ट किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संस्कृत में किया ट्वीट
बता दे विमानों के भारत पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संस्कृत में ट्वीट कर कहा, ”राष्ट्ररक्षासमं पुण्यं, राष्ट्ररक्षासमं व्रतम्, राष्ट्ररक्षासमं यज्ञो, दृष्टो नैव च नैव च.. नभः स्पृशं दीप्तम्…स्वागतम्!” यानि राष्ट्र रक्षा से बढ़कर न कोई पुण्य है, न कोई व्रत है, न कोई यज्ञ है।
राष्ट्ररक्षासमं पुण्यं,
राष्ट्ररक्षासमं व्रतम्,
राष्ट्ररक्षासमं यज्ञो,
दृष्टो नैव च नैव च।।
नभः स्पृशं दीप्तम्…
स्वागतम्! #RafaleInIndia pic.twitter.com/lSrNoJYqZO— Narendra Modi (@narendramodi) July 29, 2020
गौरतलब है कि राफेल विमानों को दुनिया के सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमानों में से एक माना जाता है। फ्रांस के बोरदु शहर में स्थित मेरिगनेक एयरबेस से 7,000 किलोमीटर की दूरी तय करके ये विमान आज दोपहर हरियाणा में स्थिति अंबाला एयरबेस पर उतरे।
राफेल विमानों के भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद दो सुखोई 30एमकेआई विमानों ने उनकी आगवानी की और उनके साथ उड़ते हुए अंबाला तक आए. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह नपे ट्वीट किया है, ‘‘बर्ड्स सुरक्षित उतर गए हैं.’’ वायुसेना में लड़ाकू विमानों को ‘बर्ड’ (चिड़िया) कहा जाता है।
बता दे राफेल का स्वागत वाटर सैल्यूट के साथ किया गया। इस दौरान वायुसेना चीफ RKS भदौरिया भी मौजूद रहे। फ्रांस से मिलने वाली राफेल विमानों की ये पहले खेप है। इन विमानों ने मंगलवार को फ्रांस से उड़ान भरी थी, जिसके बाद ये UAE में रुके और बुधवार दोपहर को अंबाला पहुंचे।GulfHindi.com