अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस पावर के शेयरों ने हाल ही में निवेशकों का ध्यान खींचा है। पिछले शुक्रवार को कंपनी के शेयर 2% से अधिक गिरकर 29.88 रुपये पर बंद हुए, लेकिन इस साल अब तक 35% और पिछले एक साल में 103% की बढ़ोतरी हुई है। मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले दिनों में इन शेयरों में और भी तेजी देखने को मिल सकती है।
कर्ज-मुक्त कंपनी बनने की ओर कदम
विश्लेषकों के मुताबिक, रिलायंस पावर ने स्टैंडअलोन आधार पर अपने सभी कर्ज चुका दिए हैं, जिससे यह अब कर्ज-मुक्त कंपनी बन गई है। इस कदम ने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है और कंपनी की परिचालन क्षमता में भी वृद्धि हो रही है। इन कारणों से, शेयर बाजार में रिलायंस पावर के शेयरों की मांग बढ़ रही है।
क्या है विशेषज्ञों का टारगेट प्राइस?
मार्केट एनालिस्ट के अनुसार, रिलायंस पावर के शेयर जल्द ही ₹36 प्रति शेयर के स्तर को छू सकते हैं। च्वाइस ब्रोकिंग के कार्यकारी निदेशक सुमीत बगाड़िया ने कहा, “रिलायंस पावर के शेयरों ने ₹28 के स्तर पर ब्रेकआउट दिखाया है। स्टॉक एक सकारात्मक चार्ट पैटर्न प्रदर्शित कर रहा है, जो आगे लाभ की संभावना का संकेत देता है। स्टॉक निकट भविष्य में ₹36 तक पहुंच जाएगा।”
हाल की प्रमुख गतिविधियां
- दिसंबर 2023: रिलायंस पावर ने अरुणाचल प्रदेश में प्रस्तावित 1,200 मेगावाट की जलविद्युत परियोजना के विकास अधिकार टीएचडीसी को 128 करोड़ रुपये में बेचे।
- मार्च 2024: कंपनी ने महाराष्ट्र के वाशपेट में अपनी 45 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजना को 132 करोड़ रुपये में जेएसडब्ल्यू रिन्यूएबल एनर्जी को बेच दिया। इन परियोजनाओं की बिक्री से मिली राशि का उपयोग कंपनी ने अपना कर्ज चुकाने में किया है।
कंपनी की वित्तीय स्थिति
रिलायंस पावर के पास 38 लाख से अधिक खुदरा निवेशकों की भागीदारी के साथ 4,016 करोड़ रुपये का शेयर आधार है। कंपनी की परिचालन क्षमता 5900 मेगावाट है, जिसमें 3960 मेगावाट का सासन अल्ट्रा मेगा पावर प्रोजेक्ट (यूएमपीपी) और उत्तर प्रदेश में 1200 मेगावाट का रोजा ताप-विद्युत संयंत्र शामिल है।
निवेशकों के लिए संभावनाएं
मार्केट एनालिस्ट का मानना है कि रिलायंस पावर के शेयरों में तेजी की संभावना है, क्योंकि कंपनी ने स्टैंडअलोन आधार पर कर्ज-मुक्त होकर अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत किया है। इसके अलावा, कंपनी ने लेंडर्स को सभी बकाया राशि चुका दी है, जिससे निवेशकों में विश्वास बढ़ा है। कंपनी पर करीब 800 करोड़ रुपये का बकाया कर्ज था जिसे बैंकों को चुका दिया गया है।
भविष्य की संभावनाएं
कंपनी को नवगठित मोदी 3.0 कैबिनेट के एनर्जी पॉलिसी एजेंडे का भी फायदा पहुंच सकता है। रिलायंस पावर की इन गतिविधियों और सकारात्मक वित्तीय स्थितियों के कारण निवेशकों को इसमें अच्छे रिटर्न की उम्मीद है। आने वाले दिनों में मार्केट एक्सपर्ट्स की नजर इस शेयर पर बनी रहेगी, ताकि वे अपने निवेशकों को सही सलाह दे सकें।