परिवार के साथ चंडीगढ़ घूमने जा रहीं शिक्षिका की रविवार सुबह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में करंट लगने से मौत हो गई। स्टेशन के टैक्सी स्टैंड में भरे वर्षा के पानी में करंट उतरा हुआ था, जिसकी चपेट में 35 वर्षीय साक्षी आहूजा आ गईं। आशंका जताई जा रही है कि हाई मास्ट लाइट के पोल से बाहर निकले तार से पानी में करंट आया पुलिस ने मामले में अज्ञात के खिलाफ लापरवाही से मौत का मामला दर्ज करते हुए रेलवे अधिकारियों से जवाब मांगा है। रेलवे की ओर से लापरवाही के लिए जिम्मेदार का नाम बताए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
उधर, स्वजन ने आरोप लगाया कि करीब आधे घंटे तक महिला घटनास्थल पर पड़ी रहीं लेकिन न तो पुलिस और न ही रेलवे के किसी अधिकारी-कर्मचारी ने उनकी मदद की। साक्षी अपने पति अंकित आहूजा और दो बच्चों के साथ प्रीत विहार में रहती थीं।
वह प्रियदर्शनी विहार स्थित लवली पब्लिक स्कूल में शिक्षिका थीं। अंकित टोयोटा कंपनी में इंजीनियर हैं। साक्षी के चाचा अजय चोपड़ा ने बताया कि वह अपने माता-पिता, भाई विनायक, अपने बच्चों और बहन माधवी के साथ घूमने के लिए चंडीगढ़ जा रही थीं।
वन्दे भारत ट्रेन बना आख़िरी सफ़र
उन्हें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से सुबह 5.50 बजे वंदे भारत ट्रेन पकड़नी थी। साक्षी गुजरांवाला टाउन स्थित अपने मायके से स्वजन के साथ दो कार में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचीं। पहाड़गंज की ओर से माता-पिता व भाई को कार पार्क करने के लिए कहकर खुद बच्चों और बहन को लेकर वह गेट नंबर दो से स्टेशन परिसर के अंदर दाखिल हुईं।
टैक्सी स्टैंड का डिवाइडर पार कर हाई मास्ट लाइट के पोल के पास जैसे ही साक्षी ने पैर रखा, उन्हें करंट लगा और वह गिर गईं। इस दौरान माधवी ने बच्चों को पकड़कर पीछे किया और साक्षी को खींचकर बचाने की कोशिश की। उन्हें करंट का तेज झटका लगा तो पीछे हटना पड़ा। माधवी ने शोर ने मचाया तो आटो और कैब चालक वहां आ गए।