दिल्ली की राउज़ एवेन्यू कोर्ट में गुरुवार को एक दुबला-पतला आदमी पुलिस की पकड़ में खड़ा था। शख्स का नाम मोहम्मद दिलशाद बताया जा रहा है ये उत्तर प्रदेश के बिजनौर का रहने वाला है।
दिलशाद को CBI ने 11 अगस्त को एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया। आरोप है कि उसने 1999 में सऊदी अरब में एक अज्ञात व्यक्ति की हत्या की थी और तब से 26 साल से छिपता फिर रहा था। सऊदी पुलिस को एक गोदाम की पानी की टंकी से शव मिला था और शक दिलशाद पर गया। उसके बाद 2000 में सऊदी में उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था। लेकिन वह भारत लौट आया और नकली पासपोर्ट बनाकर अलग-अलग देशों में घूमता रहा।
CBI का कहना है कि 2006 में दिलशाद ने नया पासपोर्ट बनवाने के लिए पिता का नाम और जन्मतिथि बदल दी। 2010 से वह गल्फ देशों में बार-बार यात्रा करता रहा। 2022 में CBI ने केस दर्ज किया और 26 साल पुरानी तस्वीर से उसे तलाशने की कोशिश शुरू की। अगस्त 2025 में सूचना मिली कि वह भारत आ रहा है और एयरपोर्ट पर पकड़ लिया गया।
कोर्ट में उसके वकील ने कहा कि कोई ठोस सबूत नहीं है और सिर्फ कपड़े के टुकड़े के आधार पर उसे फंसाया गया है। वहीं, CBI ने कहा कि वह आदतन अपराधी है और कई बार पासपोर्ट फर्जीवाड़ा कर चुका है। फिलहाल, कोर्ट ने उसकी जमानत याचिका पर सुनवाई 12 सितंबर तक टाल दी है और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।




