उमराह यात्रा पर जाने वाले 22 यात्रियों के वीजा जांच में फर्जी पाए गए। 21 जुलाई की रात तकरीबन 1 बजे जब एक यात्री वीजा लेकर काउंटर पर पहुंचा तब जाकर ये मामला सामने आया। उमराह वीजा की जांच के दौरान पाया गया कि वीजा नंबर गलत सीरीज़ के हैं। जब सभी 22 वीजा की छानबीन की गई तो हर वीजा पर अलग-अलग यात्रियों के नाम और फोटो होने के बावजूद, सभी पर एक ही व्यक्ति का वीजा नंबर और QR कोड पाया गया। इन तमाम 22 यात्रियों को वीजा Al-IJMA टूर्स एंड ट्रैवल्स नामक कंपनी के द्वारा दिया गया था।
एक ही व्यक्ति का वीजा 22 लोगों को दिया गया
इन यात्रियों के वीजा को जब जांच के लिए visa.mofa.gov.sa वेबसाइट पर QR कोड पर स्कैन किया गया तो केवल एक ही व्यक्ति की जानकारी सामने आ रही थी। जबकि हर वीजा पर अलग-अलग व्यक्तियों की फोटो चिपकाई हुई थी। जिसके बाद स्पष्ट हुआ कि एक ही व्यक्ति के वीजा को कई कॉपियों में तैयार कर अलग-अलग यात्रियों में बांट दिया गया।
अधिकतर यात्री ग्रामीण क्षेत्रों से थे
इस घटना का खुलासा होते ही संबंधित यात्रियों को सहार पुलिस स्टेशन ले जाया गया। पुलिस के द्वारा की गई जांच में यह सामने आया कि अधिकतर यात्री ग्रामीण क्षेत्रों से थे और उन्हें इस फर्जीवाड़े की कोई जानकारी नहीं थी। सभी ने एजेंट को पूरे पैसे दिए थे और पूरी प्रक्रिया पर विश्वास किया था। यात्रियों की शिकायत के बाद एजेंट को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे पूछताछ जारी है कि इस फर्जीवाड़े के पीछे और कितने लोग शामिल हैं।




