रमजान के दौरान भीख मांगने वालों की संख्या में इजाफा
रमजान के दौरान संयुक्त अरब अमीरात में भीख मांगने वालों की संख्या में इजाफा देखा जाता है। शारजाह पुलिस ने भीख मांगने को एक तरह का आर्थिक फ्रॉड का दर्जा दिया है और इस बात की पुष्टि की है कि लोगों की भावनाओं का लाभ उठाकर इस तरह से पैसे इक्कठे किए जाते हैं।
पुलिस ने कहा है कि लोगों को इस मामले में जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया है। रमजान के दौरान अधिक मात्रा में भीख मांगने वाले सामने आते हैं ताकि लोगों को इमोशनली कमजोर करके उनसे पैसे ऐंठे जा सके। लोगो को इस तरह की फ्रॉड से बचाने के लिए और उनमें जागरूकता फैलाने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है।
कई लोग विजिट वीजा पर एंट्री करके करते हैं फ्रॉड
Police operation department के deputy director, Brig Gen Ibrahim Al Ajel, ने कहा है कि कई लोग विजिट वीजा पर देश में प्रवेश कर लेते हैं और रमजान के दौरान भीख मांगकर पैसे ऐंठते हैं।
जागरूकता अभियान के दौरान ऐसे कई लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है। इसमें अरबी देशों की कई महिलाएं भी शामिल हैं। कई ऐसे लोग भी भीख मांगते पकड़े गए हैं जो रेजिडेंस वीजा पर अपने परिवार के साथ रहते हैं।
बड़े स्तर पर चल रहा है धंधा
कई भीख मांगने वालों ने इस बात को माना है कि उन्हें स्पेशली इस काम के लिए दुबई और शारजाह में टूरिस्ट कंपनियों के द्वारा लाया जाता है। भीख मांगने के लिए इन लोगों को एक प्रॉपर मासिक सैलरी दी जाती है।