ताइवान की राजधानी ताइपे ने 3 अप्रैल, बुधवार की सुबह एक विनाशकारी प्राकृतिक आपदा का सामना किया। रिक्टर स्केल पर 7.5 की तीव्रता के साथ आए इस भूकंप ने न सिर्फ ताइवान बल्कि पड़ोसी देश जापान को भी अलर्ट पर रखा। आइए इस भूकंप से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर नज़र डालें:
- खतरनाक तीव्रता: इस भूकंप की तीव्रता ने इसे खतरनाक श्रेणी में डाल दिया, जिसने ताइपे में व्यापक अशांति का कारण बना।
- पिछले 25 वर्षों में सबसे भीषण: ताइवान ने पिछले 25 सालों में इस तरह की भयावहता का सामना नहीं किया था, जिससे इसका महत्व और भी बढ़ जाता है।
- बिजली व्यवधान: ताइपे के कई हिस्सों में बिजली की आपूर्ति भी इस भूकंप की वजह से बाधित हो गई, जिसने स्थानीय निवासियों को और भी परेशान किया।
- सुनामी चेतावनी: भूकंप के झटकों के बाद, ताइवान और जापान दोनों ने सुनामी की चेतावनी जारी कर दी, जिससे निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को ऊँचाई वाले स्थानों पर जाने की सलाह दी गई।
- भूस्खलन और इमारतों के नुकसान की खबरें: सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में भूस्खलन और कुछ इमारतों के नुकसान की खबरें सामने आईं, जिससे इस भूकंप की गंभीरता का पता चलता है।
- गहराई और व्यापक प्रभाव: भूकंप की गहराई 35 किमी थी, और इसके झटके देश के व्यापक हिस्से में महसूस किए गए, जिसने इसके व्यापक प्रभाव को दर्शाया।
‘रिंग ऑफ फायर’ और ताइवान: ताइवान, ‘रिंग ऑफ फायर’ के करीब स्थित होने के कारण, अक्सर भूकंप के झटकों का सामना करता रहता है, जो प्रशांत महासागर के किनारे कई देशों में भूकंपीय गतिविधियों का कारण बनता है।