अमेरिका में स्टूडेंट वीजा प्रक्रिया को लेकर बढ़ती अनिश्चितता के बीच, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की यूनिवर्सिटीज में विदेशी छात्रों का रूझान बढ़ रहा है. यूएई के कई यूनिवर्सिटी ने बताया है कि इस बार विदेशी छात्रों से आवेदनों की संख्या में 50% तक की बढ़ोतरी देखने को मिली है. हाल ही में डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन द्वारा जारी एक आदेश में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी जैसे प्रमुख संस्थानों में विदेशी छात्रों की पढ़ाई पर रोक लगा दी गई थी. हालांकि, एक संघीय न्यायाधीश ने फिलहाल इस आदेश पर रोक लगा दी है, लेकिन इस पूरी स्थिति ने छात्रों और उनके अभिभावकों के बीच गहरी चिंता पैदा कर दी है. अब बहुत से छात्र अमेरिका के बजाय यूएई जैसे वैकल्पिक और स्थिर विकल्पों को प्राथमिकता देने लगे हैं.
UAE बना ग्लोबल एजुकेशन का नया हॉटस्पॉट
अमेरिका में फिलहाल विदेशी छात्रों के वीजा इंटरव्यू बंद होने के बाद पूरी दुनिया के एजुकेशन डिपार्टमेंट पर इसका देखने को मिल रहा है. इस अस्थिरता के बीच, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के शैक्षणिक संस्थान छात्रों के लिए एक भरोसेमंद और स्थिर विकल्प के रूप में तेजी से उभर रहे हैं. यहां न सिर्फ पढ़ाई का स्तर अंतरराष्ट्रीय मानकों पर है, बल्कि छात्रों को ग्लोबल मोबिलिटी और करियर ग्रोथ के बेहतरीन अवसर भी मिल रहे हैं. यूएई अब उन छात्रों की पहली पसंद बन रहा है, जो शिक्षा में गुणवत्ता के साथ-साथ स्थिरता और सुरक्षा भी चाहते हैं.
हेरियट-वॉट यूनिवर्सिटी दुबई में 53.5% की बढ़ोतरी
हेरियट-वॉट यूनिवर्सिटी दुबई की प्रोफेसर डेम हीदर मैकग्रेगर (प्रोवोस्ट और वाइस प्रिंसिपल) ने बताया कि वैश्विक स्तर पर इंटरनेशनल स्टूडेंट वीज़ा पर लग रही पाबंदियों के चलते दुबई एक “बेहद आकर्षक शिक्षा गंतव्य” बनता जा रहा है. उन्होंने कहा कि हाल के महीनों में यूनिवर्सिटी में आवेदन करने वाले छात्रों की संख्या में 53.5% की जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है. छात्र अब ऐसी जगहों की तलाश में हैं जहां न सिर्फ शिक्षा का स्तर ऊंचा हो, बल्कि वीज़ा और स्थिरता को लेकर भी भरोसा हो — दुबई इस मामले में एक आदर्श विकल्प बन रहा है.




