फर्जी वोटर कार्ड की समस्याओं से निजात पाने के लिए चुनाव आयोग के द्वारा एक नया फैसला लिया गया है। जिस तरह भारत में प्रत्येक काम के लिए अलग-अलग तरह के कार्ड का इस्तेमाल किया जाता है उसी तरह वोट डालने के लिए वोटर कार्ड का होना जरूरी है।
कई लोगों के पास होता है दो वोटर कार्ड
किसी न किसी तरह के लालच में आकर दस्तावेजों के साथ फ्रॉड करना आम को चला है ऐसे में संबंधित विभाग की यह कोशिश है कि धांधली पर रोक लगाया जाए इसलिए चुनाव आयोग ने यह फैसला लिया है कि अब वोटर कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ दिया जाएगा।
यह भी कहा गया है कि इस नियम का पालन सभी को करना होगा अगर कोई व्यक्ति अपने वोटर आईडी कार्ड को आधार से लिंक नहीं करता है तो उसका वोटर आईडी निरस्त कर दिया जाएगा। इस नियम के लागू हो जाने के बाद फर्जी वोटर कार्ड वालों पर लगाम लगाया जा सकेगा।