पोस्ट ऑफिस और सरकार समर्थित कुछ बचत योजनाओं में बैंकों के मुकाबले ज्यादा ब्याज मिलता है। इसलिए नेशनल सेविंग स्कीम, सुकन्या समृद्धि योजना, किसान विकास पत्र, महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट, पब्लिक प्रोविडेंट फंड और पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट जैसी योजनाएँ ग्राहकों द्वारा पसंद की जाती हैं। 29 जून को सरकार ने जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए इन योजनाओं की ब्याज दरों को लेकर ऐलान किया। हालांकि, इंटरेस्ट रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया। फिर भी इन योजनाओं में अब भी बेहतर ब्याज मिल रहा है।
वित्त मंत्रालय का नोटिफिकेशन
फाइनेंस मिनिस्ट्री ने नोटिफिकेशन में कहा, ‘‘वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही (1 जुलाई से 30 सितंबर 2024 तक) के लिए विभिन्न स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर ब्याज दरें पहली तिमाही के लिए अधिसूचित दरों के समान ही रहेंगी।’’
विभिन्न स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर ब्याज दरें
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट: पोस्ट ऑफिस में फिक्सड डिपॉजिट स्कीम को पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट कहा जाता है। यह 1, 2, 3 और 5 साल के लिए होती है। मौजूदा समय में 5 साल की एफडी पर 7.5% ब्याज मिलता है। वहीं, एक साल के टाइम डिपॉजिट पर 6.9%, 2 साल के लिए 7% और तीन साल के लिए 7.1% ब्याज मिलता है।
पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट: इस स्कीम में ग्राहकों को 6.7% ब्याज मिलता है। इस स्कीम में ग्राहक मासिक किस्तों में पैसा जमा करते हैं।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम: यह योजना 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों के लिए है, जिसमें 8.2% का ब्याज मिल रहा है। इसमें सालाना न्यूनतम 1,000 रुपये से 30,00,000 रुपये तक का अधिकतम निवेश किया जा सकता है। इस स्कीम में इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत छूट मिलती है।
मंथली इनकम अकाउंट स्कीम: इस योजना में 7.4% की दर से ब्याज मिलता है। यह अकाउंट 1000 रुपये के न्यूनतम निवेश के साथ शुरू किया जा सकता है। व्यक्तिगत खाते में 9 लाख रुपये और ज्वाइंट अकाउंट में अधिकतम 15 लाख रुपये लगाए जा सकते हैं।
पीपीएफ और नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट: पीपीएफ पर इस समय 7.1% ब्याज मिल रहा है, जबकि नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर 7.7% ब्याज मिलता है। इन योजनाओं में निवेश करने पर टैक्स छूट भी मिलती है।
किसान विकास पत्र: इस योजना पर फिलहाल 7.5% का ब्याज मिल रहा है। केवीपी का लॉक इन पीरियड दो साल छह महीने है। इस योजना की मैच्योरिटी अवधि 10 साल है।
सुकन्या समृद्धि योजना: यह योजना बेटियों के लिए खास है, जिसमें 8.2% ब्याज मिल रहा है। बेटी का जन्म होने के बाद इस योजना में अकाउंट खोला जा सकता है। 250 रुपये में निवेश की शुरुआत की जा सकती है। बेटी की उम्र 18 साल होने के बाद उसकी हायर एजुकेशन के लिए खाते से 50% तक की राशि निकाल सकते हैं, जबकि बाकी पैसा लड़की के विवाह के समय निकाल सकते हैं।