क्या आपने कभी CG, MP, RJ और DL जैसी विभिन्न राज्यों की नंबर प्लेट्स के अलावा BH नंबर प्लेट भी देखी है? आज हम आपको बताएंगे कि BH नंबर प्लेट किसे दी जाती है और इसके क्या फायदे हैं।

BH series number plate का ज़रूरत:

भारत में जब आप किसी नए राज्य या शहर में जाते हैं, तो आपको वहां अपने वाहन की फिर से रजिस्ट्रेशन करनी पड़ती है। यह प्रक्रिया कुछ हद तक मुश्किल भरी होती है। इसी समस्या का समाधान निकालने के लिए Ministry of Road Transport and Highways (MoRTH) ने BH Series Number Plates या BH Number Plates को लॉन्च किया।

इसे साल 2021 में लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य उन व्यक्तियों के लिए वाहन रजिस्ट्रेशन को आसान बनाना है जो अक्सर काम के सिलसिले में एक राज्य से दूसरे राज्य में जाते हैं।

क्या है BH series number plate का फॉर्मेट:

BH नंबर प्लेट का फॉर्मेट कुछ इस प्रकार होता है – साल का रजिस्ट्रेशन (YY), फिर BH (भारत सीरीज), फिर 4 डिजिट का रजिस्ट्रेशन नंबर और फिर XX। यह वाहन की कैटेगरी को दर्शाता है। उदाहरण के लिए, 22BH 9999AA।

BH number plate के फायदे:

  1. पैन इंडिया वैधता: अब आपको एक राज्य से दूसरे राज्य में जाने पर वाहन रजिस्ट्रेशन बदलने की जरूरत नहीं होगी।
  2. क्लेम का रिस्क कम: BH नंबर प्लेट वाले वाहनों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने पर कार बीमा क्लेम के अस्वीकृत होने की चिंता नहीं करनी पड़ेगी।

 

BH number plate के लिए पात्रता और मानदंड:

कौन कर सकता है BH नंबर प्लेट के लिए आवेदन:

  1. राज्य और केंद्र सरकार के कर्मचारी
  2. रक्षा कर्मी
  3. बैंक कर्मचारी
  4. प्रशासनिक सेवा के कर्मचारी
  5. वो कर्मचारी जो प्राइवेट कंपनियों में काम करते हों और जिनकी ऑफिस 5 से ज्यादा राज्यों या केंद्र शासित प्रदेशों में हो
  6. वाहन के पास Pollution Under Control (PUC) सर्टिफिकेट होना चाहिए
  7. वाहन का रोड टैक्स चुकाया गया हो
  8. यह गैर-परिवहन वाहनों के लिए लागू होता है

 

BH series number plate के फायदे:

  1. यह नंबर प्लेट पूरे देश में मान्य है।
  2. राज्य बदलने पर वाहन की रजिस्ट्रेशन बदलने की जरूरत नहीं होती।

 

BH series number plate के लिए कैसे करें रजिस्ट्रेशन:

  1. इसके लिए आप MoRTH के Vahan पोर्टल पर खुद लॉगिन कर सकते हैं या किसी अधिकृत ऑटोमोबाइल डीलर की मदद ले सकते हैं।
  2. ऑटोमोबाइल डीलर की मदद लेने पर Vahan पोर्टल में Form 20 भरना होगा।
  3. योग्य प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों को Form 60 भरना होगा और इसके साथ कार्य प्रमाणपत्र के साथ नौकरी का पहचान पत्र दिखाना होगा।
  4. इसके बाद अधिकारी वाहन मालिक की पात्रता को सत्यापित करेंगे।
  5. फिर आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे।
  6. इसके बाद RTO से BH नंबर के लिए स्वीकृति मिलने पर आवश्यक मोटर वाहन टैक्स का भुगतान करना होगा।
  7. तब Vahan पोर्टल आपके वाहन के लिए BH Series रजिस्ट्रेशन जेनरेट करेगा।

 

अब BH series number plate के जरिए वाहन रजिस्ट्रेशन को पहले से अधिक आसान और सुविधाजनक बना दिया गया है। तो अगर आप भी अक्सर राज्य बदलते हैं, तो BH number plate आपके लिए बहुत लाभकारी साबित हो सकती है।

बिहार से हूँ। बिहार होने पर गर्व हैं। फर्जी ख़बरों की क्लास लगाता हूँ। प्रवासियों को दोस्त हूँ। भारत मेरा सबकुछ हैं। Instagram पर @nyabihar तथा lov@gulfhindi.com पर संपर्क कर सकते हैं।