बिहार के विकासपथ पर एक नया मील का पत्थर जुड़ने जा रहा है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने हाल ही में एक बहुप्रतीक्षित परियोजना के लिए हरी झंडी दिखाई है – दीघा और सोनपुर के बीच गंगा नदी पर एक विशाल पुल का निर्माण। यह पुल 4.56 किलोमीटर लंबा होगा और इसकी विशेषता होगी इसके छह लेन। इस परियोजना की लागत 3064 करोड़ रुपये अनुमानित है, और इसके पूरा होने की अवधि 42 महीने रखी गई है।
इस पुल के निर्माण से उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच संपर्क और भी मजबूत होगा, खासकर भारी वाहनों के लिए। यह पुल मौजूदा रेल एवं सड़क पुल के समानांतर पश्चिम में बनाया जाएगा, जो दीघा, पटना और गंगा के दक्षिणी तट को सोनपुर सारण जिले में गंगा के उत्तरी तट से जोड़ेगा। इससे न केवल आवागमन सुगम होगा, बल्कि व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को भी बल मिलेगा।
इसके अतिरिक्त, असम और त्रिपुरा के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग 208 में सुधार और इसे दो लेन करने की भी मंजूरी दी गई है, जिससे कुल 135 किमी की सड़क में सुधार किया जाएगा।
ये कदम न केवल बिहार बल्कि पूर्वी भारत के विकास की दिशा में एक सार्थक पहल है, जो क्षेत्रीय संपर्क और आर्थिक प्रगति को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। यह नया पुल न सिर्फ आवागमन को सुगम बनाएगा, बल्कि स्थानीय निवासियों के जीवन स्तर में सुधार और नए आर्थिक अवसरों का सृजन भी करेगा।