कोरोना वायरस को लेकर के पूरे दुनिया में बवाल मचा हुआ है इसी वक्त एक और बड़ी जानकारी सामने आई है, भारतीय कामगार लगभग दुनिया के हर एक कोने में हैं और जब हम बात खाड़ी देशों की करें, अरब देशों की करें तो यहां पर केवल मिडिल क्लास के कामगार बहुत ज्यादा हैं जिसमें ज्यादातर मजदूर हैं और अन्य सहायता प्रदान करने वाले कामगार.

संयुक्त अरब अमीरात में तेजी से पैर पसार रहे कोरोनावायरस को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने यह सहूलियत बरतने को कहा है कि वह लगातार विदेश मंत्रालय के वेबसाइट को जानकारी के लिए देखते रहे जिसके बाद यह जानकारी सामने आ रही है कि भारतीय कामगारों को रेस्क्यू करने के लिए भारतीय विमान को भेजा जा सकता है जिससे कि कोरोना वायरस से भारतीय कामगारों को बचाया जा सके.

यही हाल लगभग कुवैत का भी है और कुवैत के लिए भारतीय विदेश मंत्रालय ने वेबसाइट पर जानकारियों के लिए देखते रहने का आग्रह किया है यह कयास तेजी से बढ़ गया है कि चीन में अत्यधिक संक्रमण बढ़ने के बाद से भारतीय कामगारों को और भारतीय लोगों को निकालने के लिए विदेश मंत्रालय ने वायुयान की व्यवस्था की थी अतः कुवैत और संयुक्त अरब अमीरात तेजी से बढ़ रहे हैं पुराना वायरस के संक्रमण को लेकर यह बयान जारी करना यदि आंख वक्त करता है कि भारतीय नागरिकों के हितों की सुरक्षा सीमा के पार दी भारतीय मंत्रालय वैसे ही करेगी जैसे कि सीमा के अंदर की जा रही है.

हालांकि संयुक्त अरब अमीरात में स्पेशल मेडिकल सिटी बना लिया है जिसने आइसोलेशन के लिए मरीजों को रखने की कवायद शुरू कर दी गई है और इसके साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया गया है की संयुक्त अरब अमीरात अपने पास रह रहे नागरिकों को और संयुक्त अरब अमीरात को संभालने वाले कामगारों के हितों की सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर रहेगा.

जानकारियों की मानें तो अगर संक्रमण तेजी से बढ़ता है और भारतीय हितों की सुरक्षा अगर खतरे में आती है तो विदेश मंत्रालय वायुयान की व्यवस्था कर अरब देशों से अपने कामगारों को वापस बुला सकता है. हालांकि यह भी काफी दिलचस्प होगा कि भारत जैसे बड़े आबादी वाले देश जहां खुद अभी कोरोना वायरस के संक्रमण बढ़ने के आसार तेजी से बढ़ने लगे हैं भारत इस स्थिति से कैसे निकलेगा.GulfHindi.com
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