फर्जी एजेंटों से रहें सावधान
खाड़ी देशों में अगर आप काम करने के लिए जा रहे हैं तो यह जानना बहुत जरूरी है कि आपका एजेंट वाकई में भरोसेमंद है। कई बार ऐसा होता है कि एजेंटों के द्वारा विदेशों में मोटी कमाई का लालच देकर मासूम लोगों को धोका दिया जाता है। जौनपुर जिले से ऐसा ही मामला सामने आया है।
क्या है मामला?
जिले के चतुर्भुजपुर गांव का रहने वाले सुरेंद्र सिंह के बेटे विपिन सिंह मुंबई में काम करके अपने परिवार का पालन पोषण करते थे। एक दिन महाराजगंज निवासी सुशील ने उनकी मुलाकात गोरखपुर के रहने वाले अहमद नामक एजेंट से कराई।
एजेंट ने कहा कि सऊदी में उनकी अच्छी कमाई हो सकती है। उन्हें बस वेटर के तौर पर काम करना होगा। विपिन तैयार हो गए। सऊदी भेजने के बंदोबस्त के बदले एजेंट ने उनसे डेढ़ लाख रुपए ले लिए।
अपने नए जिंदगी के सफर के लिए वह 8 अप्रैल 2022 को सऊदी पहुंच गए। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था, वहां के सेठ ने उन्हें वेटर का काम देने के बदले बकरी और ऊंट चराने के काम पर लगा दिया।
इससे परेशान होकर जब विपिन ने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की गई और उसे बंधक बना दिया गया। जब जुल्म असहनीय हो गया तब उन्होंने वीडियो कॉल करके अपने परिजनों को अपना हाल सुनाया। यह सब देखकर घरवालों के होश उड़ गए।
अपने बच्चे को मुसीबत में देख तुरंत माता पिता ने जिलाधिकारी समेत हर संभव स्थान पर मदद की गुहार लगाई। सभी के सहयोग से आखिरकार शनिवार को विपिन अपने घर वापस लौट आया। माता पिता ने राहत की सांस ली। विपिन का ढोल नगाड़े और मिठाइयों के साथ स्वागत हुआ।
माता पिता ने ली राहत की सांस
पिता ने कहा कि यह उनके बेटे को फिर से नया जीवन मिलने जैसा है। इधर विपिन ने बताया कि सेठ के वहां काम करने वाले एक अन्य भारतीय ने 100 रियाल देकर उसे भारतीय दूतावास भेजा था। वह बड़ी मुश्किल से भारतीय दूतावास पहुंचा, जहां दूतावास अधिकारियों ने उसके भारत लौटने का सारा बंदोबस्त किया।