कुवैत में इस समय 10 लाख से ज़्यादा भारतीय नागरिक रह रहे हैं और काम कर रहे हैं, जो कि देश में सबसे बड़ा प्रवासी (एक्सपैट) समुदाय है। यह जानकारी कुवैत में भारत के राजदूत डॉ. आदर्श स्वाइका ने दी।
अल क़बस को दिए गए एक इंटरव्यू के दौरान पब्लिक अथॉरिटी फॉर मैनपावर के एक्टिंग डायरेक्टर जनरल मरजूक अल उतेबी राजदूत स्वाइका की मुलाकात में उन्होंने भारत और कुवैत के मजबूत रिश्तों पर ज़ोर दिया। उन्होंने मज़दूरी और रोज़गार से जुड़े मुद्दों पर लगातार बातचीत बनाए रखने की ज़रूरत बताई। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 31 दिसंबर 2024 तक कुवैत में 10,07,961 भारतीय नागरिक रह रहे हैं, जो कुवैत की कुल जनसंख्या का लगभग 20% हिस्सा हैं।
भारत और कुवैत के बीच गहरा भरोसा और आपसी निर्भरता
राजदूत स्वाइका ने कहा, “कुवैत में भारतीयों की इतनी बड़ी संख्या यह दिखाती है कि भारत और कुवैत के बीच कितना भरोसा और आपसी सहयोग है। हम यहां रहने वाले भारतीयों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और अपने कुवैती साझेदारों के साथ सहयोग को और मजबूत करना चाहते हैं।”
हर क्षेत्र में भारतीय
कुवैत में भारतीय नागरिक बड़े अधिकारियों, डॉक्टरों, इंजीनियरों और नर्सों से लेकर ड्राइवरों, घरेलू सहायकों और नौकर-चाकरों तक हर क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
भारतीयों की नौकरी का बंटवारा इस तरह है:
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प्राइवेट सेक्टर: 5,37,653 लोग
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घरेलू कामगार (डोमेस्टिक वर्कर्स): 3,28,587 लोग
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सरकारी नौकरियां: 22,828 लोग
हालांकि संख्या बहुत बड़ी है, लेकिन राजदूत ने कहा कि भारतीय कामगारों को बहुत ज़्यादा दिक्कतें नहीं होतीं — बशर्ते कि दोनों देश कुवैत के श्रम कानूनों और आपसी समझौतों का पालन करें।
मजबूत होते रिश्ते
भारतीय समुदाय काफी लंबे समय से कुवैत की तरक्की में अहम भूमिका निभा रहा है। उनका योगदान सिर्फ आर्थिक ही नहीं बल्कि सांस्कृतिक और कूटनीतिक रिश्तों की गहराई को भी दिखाता है। हाल के सालों में भले ही भारतीय प्रवासियों की संख्या स्थिर रही हो, लेकिन हेल्थकेयर, इंजीनियरिंग और स्किल्ड लेबर जैसे क्षेत्रों में मांग लगातार बढ़ रही है।




