जापान के उत्तर‑पूर्वी तट पर कल‑रात 7.5–7.6 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसके बाद सुनामी चेतावनी जारी की गई थी लेकिन अब तटीय इलाकों से ज़्यादातर चेतावनियाँ/अडवाइज़री वापस ले ली गई हैं और स्थिति नियंत्रण में मानी जा रही है।
ताज़ा बड़ा भूकंप: तारीख, समय, लोकेशन
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8 दिसंबर 2025 को उत्तरी जापान (होक्काइदो–आओमोरी के पास प्रशांत तट) के समुद्र में लगभग 7.5–7.6 तीव्रता का गहरा समुद्री भूकंप दर्ज किया गया।
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अमेरिकी USGS और जापान मौसम विभाग (JMA) के अनुसार यह झटका तट से कुछ दर्जन मील दूर समुद्र में, लगभग 30–50 किमी की गहराई पर आया, जिससे राजधानी टोक्यो तक लंबे समय तक झटके महसूस हुए।
सुनामी की स्थिति और सरकारी अलर्ट
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भूकंप के तुरंत बाद जापान मौसम एजेंसी ने होक्काइदो, आओमोरी और इवाते जैसे प्रांतों के प्रशांत तट के लिए 3 मीटर तक की संभावित लहरों की चेतावनी जारी की, लेकिन वास्तविक लहरें ज्यादातर 40–70 सेमी के आसपास रहीं और बाद में वार्निंग को अडवाइज़री में बदला गया तथा अगले दिन पूरी तरह हटा दिया गया।
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शुरुआती घंटों में 1 लाख से अधिक लोगों के लिए निकासी आदेश और चेतावनी जारी की गई थी; आग, इमारतों के हल्के नुकसान और दर्जनों घायल होने की खबरें हैं, लेकिन बड़े पैमाने पर तबाही या ऊँची सुनामी लहरों की पुष्टि नहीं हुई।
जुलाई 2025 की मेगा‑भूकंप/सुनामी पृष्ठभूमि
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30 जुलाई 2025 को रूस के कामचटका तट के पास 8.8 तीव्रता का मेगाथ्रस्ट भूकंप आया था, जिसकी वजह से पूरे प्रशांत महासागर में, खासकर जापान के प्रशांत तट पर, सुनामी चेतावनी और लगभग 20 लाख लोगों तक के लिए निकासी सलाह जारी की गई।
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जापान के कई बंदरगाहों (खासकर होक्काइदो और उत्तर‑पूर्वी तट) पर उस समय 30–100 सेमी के बीच सुनामी लहरें दर्ज हुईं, लेकिन अनुमानित 3 मीटर से कम रहने पर अगले दिन चेतावनियाँ वापस ले ली गईं; यह घटना अब की नई भूकंपीय गतिविधि को समझाने के लिए अच्छा बैकग्राउंड देती है।
जापान में जारी भूकंपीय सक्रियता
जापान के अलग‑अलग हिस्सों, खासकर उत्तर‑पूर्व और द्वीप क्षेत्रों में, रोज़ छोटे‑मोटे झटके आते रहते हैं; ऑफिशियल रियल‑टाइम लिस्टिंग में 4–5 तीव्रता तक के कई हालिया झटकों की एंट्री दर्ज है जो “रिंग ऑफ फायर” की सामान्य गतिविधि मानी जाती है।
टोकारा, अकुसेकी जैसे छोटे द्वीपों पर पिछले महीनों में सैकड़ों झटकों की “स्वॉर्म” एक्टिविटी रिपोर्ट हुई थी, जिस पर स्थानीय प्रशासन ने अस्थायी निकासी और मॉनिटरिंग बढ़ाई थी, हालांकि बड़े नुकसान की सूचना नहीं थी।





