मंगलवार की शाम जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक भीषण चरमपंथी हमला हुआ जिसमें 26 लोगों की जान चली गई। इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो उस समय सऊदी अरब के दौरे पर थे, अपना दौरा बीच में ही छोड़कर स्वदेश लौट आए।
🛬 पीएम मोदी का सऊदी अरब में भव्य स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी का जेद्दा एयरपोर्ट पर शाही स्वागत हुआ। उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई और F-15 फाइटर जेट्स ने उनके सम्मान में उड़ान भरी। लेकिन जैसे ही हमले की खबर आई, उन्होंने सऊदी के आधिकारिक डिनर में शामिल होने के बजाय वापसी का फैसला कर लिया।
🇸🇦 भारत-सऊदी की दोस्ती दिखी मजबूत
पीएम मोदी के अल सलाम रॉयल पैलेस में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मुलाकात हुई और चार अहम समझौतों पर हस्ताक्षर भी हुए – खासकर स्पेस, हेल्थ और इंडिया-मिडल ईस्ट-यूरोप कॉरिडोर को लेकर।
🗣️ हमले पर मोदी और बिन सलमान की कड़ी प्रतिक्रिया
दोनों देशों ने एक संयुक्त बयान में हमले की कड़ी निंदा की और साफ कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। सऊदी अरब ने भारत को हर तरह की मदद का भरोसा दिया है।

🔍 हमले का समय और मकसद पर सवाल
विशेषज्ञों का मानना है कि इस हमले का समय बहुत सोचा-समझा था। जब भारत में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस मौजूद थे और पीएम मोदी सऊदी अरब में थे, तभी हमला कर अंतरराष्ट्रीय ध्यान खींचने की कोशिश की गई।
🧠 विशेषज्ञों की राय बंटी
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प्रोफेसर आफ़ताब पाशा का मानना है कि मोदी को वहीं रुककर पाकिस्तान को सवालों के घेरे में लेना चाहिए था।
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वहीं डॉ. मुदस्सिर क़मर के मुताबिक पीएम का वापसी का फैसला बिल्कुल सही और संवेदनशील था।
🌍 पहले भी अमेरिकी दौरे के दौरान हुए थे हमले
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2000 में बिल क्लिंटन के भारत दौरे से पहले छत्तीसिंहपोरा में 36 सिख मारे गए थे।
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2002 में क्रिस्टिना रोका के दौरे के दौरान कालूचक हमला हुआ जिसमें 23 लोग मारे गए।




