संयुक्त अरब अमीरात के स्वास्थ्य अधिकारियों ने हज 2025 से सऊदी अरब से लौट रहे तीर्थयात्रियों के लिए एक Health Advisory जारी की है. यह सलाह जन स्वास्थ्य की सुरक्षा और संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए दी गई है. स्वास्थ्य अधिकारियों की ओर से सलाह दी गई है कि हज से लौटने के बाद, अपने शरीर को आराम देने का समय दें. यदि आपको बुखार या खांसी जैसे लक्षण महसूस हों, तो तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें और खुद को तथा दूसरों को सुरक्षित रखने के लिए सावधानियां बरतें.
कौन-कौन से विभागों ने यह सलाह दी?
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स्वास्थ्य और रोकथाम मंत्रालय (MoHAP)
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दुबई स्वास्थ्य प्राधिकरण (DHA)
2 हफ्ते तक रहें विशेष सावधान
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि हज से लौटने के दो सप्ताह के भीतर यदि बुखार, लगातार खांसी, सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण दिखें, तो ये संक्रमण के संकेत हो सकते हैं.
इस स्थिति में:
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🏥 डॉक्टर से संपर्क करें
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😷 मास्क पहनें
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🧼 हाथों की स्वच्छता बनाए रखें
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👨👩👧👦 भीड़ से बचें
हज यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे किसी भी लक्षण के दिखाई देने पर तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें और बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए हाथ धोना, खांसते या छींकते समय नाक और मुंह ढकना और दूसरों के अत्यधिक निकट संपर्क से बचना. जैसी आदतों को अपनायें.
स्वास्थ्य को दें प्राथमिकता
दुबई स्वास्थ्य प्राधिकरण (DHA) विशेष रूप से पुरानी बीमारियों (chronic conditions) से पीड़ित तीर्थयात्रियों को सलाह दी है कि वे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र जाकर हज के बाद की स्वास्थ्य जांच (Post-Hajj Health Assessment) करायें.
DHA की मुख्य सलाह-
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दवाओं का नियमित सेवन करें
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संतुलित और पोषक आहार लें
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पर्याप्त आराम करें ताकि शरीर तेजी से रिकवर कर सके
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किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय सलाह को नजरअंदाज न करें
6,000 से अधिक UAE तीर्थयात्रियों ने हज यात्रा की
6,000 से अधिक संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के तीर्थयात्रियों ने हज के लिए सऊदी अरब की यात्रा की. इस दौरान स्वास्थ्य अधिकारियों ने विशेष चिकित्सकीय दलों को तैनात किया ताकि हज की रस्मों के दौरान यात्रियों को चिकित्सा सहायता मिलती रहे.
हज यात्रा से पहले UAE ने:
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व्यापक जागरूकता अभियान (Awareness Campaigns) चलाए
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और टीकाकरण अभियान (Vaccination Drives) भी आयोजित किए
🩺 हज के बाद देखभाल क्यों जरूरी है?
अधिकारियों ने बताया कि हज के बाद देखभाल क्यों जरुरी है-
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हज के बाद उचित स्वास्थ्य देखभाल बेहद जरूरी है
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क्योंकि तीर्थयात्रा के दौरान भीड़भाड़ और अत्यधिक गर्मी से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं
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विशेष रूप से बुज़ुर्गों और पहले से बीमार लोगों को अतिरिक्त ध्यान देने की जरूरत है.




